सहारनपुर हिंसा: भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किया आत्मसमर्पण, 12 हजार का इनाम था घोषित
भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन ने सोमवार को सहारनपुर के न्यायलय में आत्मसमर्पण कर दिया. सहारनपुर में हुई हिंसा के बाद पुलिस उनकी खोजबीन कर रही थी और उन पर पुलिस ने 12 हजार का इनाम घोषित किया था.
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सहारनपुर: भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन ने सोमवार को सहारनपुर के न्यायलय में आत्मसमर्पण कर दिया. सहारनपुर में हुई हिंसा के बाद पुलिस उनकी खोजबीन कर रही थी और उन पर पुलिस ने 12 हजार का इनाम घोषित किया था.
जातीय हिंसा की घटना के आरोपी हैं विनय रतन
पुलिस अधीक्षक (देहात) विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सहारनपुर में हुई जातीय हिंसा की घटना के आरोपी हैं. इस मामले में पुलिस ने भीम आर्मी के संस्थापक चन्द्रशेखर आजाद उर्फ रावण सहित चार लोगों को मुख्य आरोपी बनाया था जिसमें से तीन को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं, विनय रतन को पुलिस पिछले कई दिनों से ढूंढ रही थी.
मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने विनय रतन के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई का नोटिस उनके घर पर चस्पा कर दिया था. पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते आज विनय रतन ने न्यायलय पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया.
क्या है मामला
बता दें कि पिछले साल 5 मई को शब्बीरपुर के पास गांव सिमराना में महारणा प्रताम की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन था. सिमराना गांव जाने के लिए शब्बीरपुर गांव के ठाकुर महाराणा प्रताप शोभायात्रा औऱ जुलूस निकाले. दलित समाज के लोगों ने विरोध किया और जूलूस निकलने नही दिया. यहां से बात बिगड़ी और शब्बीरपुर में दलितों और ठाकुरों के बीच हुई तनातनी ने उग्र रूप धारण कर लिया. इसके चलते दोनों पक्षों के बीच पथराव, गोलीबारी और आगजनी भी हुई. इस दौरान एक युवक की पत्थर लगने से मौत हो गई जबकि लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए थे. जिसके बाद क्षत्रिय समाज के लोगों ने दलितो के घरों को तहस नहस कर दिया. कई लोगों को मारपीट कर घायल कर किया.
दरअसल जूलूस निकलने न देने की वजह एक और विवाद भी था जो मूर्ती को लेकर था. दरअसल शब्बीरपुर गांव के दलित प्रधान अंबेडकर की मुर्ति लागाना चाहते थे लेकिन क्षत्रिय समाज ने इसका विरोध किया जिसके बाद से तना तनी बढ़ गई.
क्या है भीम आर्मीभीम आर्मी का नाम पहली बार सहारनपुर हिंसा के बाद ही सुर्खियों में आया. भीम आर्मी दलित समुदाय का संगठन है और चंद्रशेखर इसके संस्थापक हैं. भीम आर्मी और इसके संस्थापक चद्रशेखर पर सहारनपुर में हिंसा भड़काने का आरोप है हालांकि भीम ऑर्मी ऐसे सभी आरोपों को खारिज करती है. बीजेपी भीम ऑर्मी का रिश्ता मायावती से जोड़ती है, वहीं मायावती भीम ऑर्मी के पीछे बीजेपी का हाथ बताती है. भीम आर्मी की स्थापना दो साल पहले हुई है.
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