अयोध्या: एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार पीड़ितों की एफआईआर दर्ज करने के लिए निर्देश दे रहे हैं वहीं दूसरी तरफ पुलिस है कि मुख्यमंत्री की बात को हवा में उड़ा रही है. आलम यह है कि शिकायत दर्ज ना होने के चलते एक साधु ने थाने में खुद को आग लगा ली. इस घटना से शाने में अफरा-तफरी मच गई.


मामला अयोध्या के थाना राम जन्म भूमि का है. जहां मंगलवार की देर शाम एक साधु ने थाने में आकर ही खुद को आग के हवाले कर लिया. भोपाल के रहने वाला यह साधु 3 दिन पहले ही अयोध्या आया था और अयोध्या आते ही उसका सामान चोरी हो गया. उसी के बाद से वह मुकदमा दर्ज किए जाने को लेकर पुलिस थाने में फरियाद कर रहा था , लेकिन अंत में जब उसकी नहीं सुनी गई तो उसने थाने में खुद को आग लगा ली.


इस घटना की जानकारी होते ही एसएसपी समेत पुलिस के आला अधिकारी पहले थाने पहुंचे और उसके बाद अस्पताल जिस साधु की अब तक पुलिस एक शिकायत नहीं दर्ज कर रही थी. उसी साधु को आनन-फानन में अस्पताल से पुलिस की सुपुर्दगी में लखनऊ रेफर किया गया.


आला अधिकारियों ने केवल उनके इलाज का ही नहीं इलाज के बाद उन्हें सकुशल भोपाल पहुंचाने का भी जिम्मा उठा लिया.यही नहीं पुलिस ने यह माना भी की साधु की एपआईआर दर्ज नहीं की गई इसीलिए उसने खुद को आग लगाई है. इसी आरोप में राम जन्म भूमि थाने के थानाध्यक्ष समेत 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.