लखनऊ: यूपी चुनाव से पहले एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव को तगड़ा झटका दिया है. समाजवादी पार्टी ने आज 325 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है, इस दौरान मुलायम ने कहा कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री के कैंडिडेट की घोषणा नहीं होगी. इसके साथ ही नेताजी ने अखिलेश यादव के करीबी मंत्री अरविन्द सिंह गोप का टिकट काट दिया है.


यूपी चुनाव से पहले अखिलेश को एक और झटका


यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले यादव कुनबे में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच सीएम अखिलेश यादव को एक और तगड़ा झटका लगा है. अखिलेश को ये झटका शिवपाल ने नहीं बल्कि खुद नेताजी यानी मुलायम सिंह यादव ने दिय़ा है.



अखिलेश के करीबी अरविन्द सिंह गोप का टिकट कटा

एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव के करीबी मंत्री अरविन्द सिंह गोप का टिकट काट दिया है और उनकी जगह बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे राकेश वर्मा को टिकट मिला है. इसके साथ ही अयोध्या से पवन पांडे का टिकट काट दिय़ा गया है.

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चुनाव से पहले सीएम की घोषणा नहीं


इस दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने यूपी चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है. मुलायम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 28 फरवरी से पहले होगा. इसके साथ ही नेताजी ने कहा कि चुनाव से पहले सीएम की घोषणा नहीं होगी.




एसपी ने की 325 उम्मीदवारों की सूची जारी


उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने आज राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव के लिये 325 उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी कर दी. इस फेहरिस्त में जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कई करीबी मंत्रियों के टिकट काट दिये गये हैं, वहीं कई ऐसे नाम भी शामिल हैं जिन पर अखिलेश को ऐतराज था.


मुलायम ने प्रेस कांफ्रेंस में एसपी के उम्मीदवारों की सूची घोषित की, जिसमें 176 वे सीटें हैं जिन पर मौजूदा समय में एसपी के विधायक हैं. 149 वे सीटें हैं जिन पर एसपी के विधायक नहीं हैं. बाकी 78 सीटों पर ‘सर्वे पूरा ना होने’ के कारण उम्मीदवार तय नहीं किये जा सके हैं. चार-पांच दिन में वे भी घोषित हो जाएंगे.


सीतापुर के बिसवां से रामपाल यादव को बनाया गया प्रत्याशी


इस सूची में अखिलेश के करीबी मंत्रियों रामगोविन्द चौधरी (बांसडीह), पवन पाण्डेय (अयोध्या) और अरविन्द सिंह गोप (रामनगर) के नाम नहीं हैं. हालांकि फेहरिस्त में माफिया अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी के भाई सिबगतुल्ला अंसारी के नाम शामिल हैं, जिन पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सख्त ऐतराज था. सीतापुर के बिसवां से रामपाल यादव को प्रत्याशी बनाया गया है. अखिलेश ने प्रदेश अध्यक्ष रहते रामपाल को पार्टी से निष्कासित कर दिया था लेकिन प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने परसों उनका निष्कासन रद्द कर दिया.


यह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के लिये झटका है, जिन्होंने पिछले दिनों एसपी मुखिया को 403 उम्मीदवारों की अपनी सूची दी थी. बताया जाता है कि उसमें अतीक अहमद, सिबगतउल्ला अंसारी, मंत्री गायत्री प्रजापति और बर्खास्त मंत्री नारद राय के नाम नहीं थी, मगर आज जारी सूची में इन सभी के नाम हैं. हालांकि, मुलायम ने दावा किया कि टिकट को लेकर पार्टी में कहीं कोई विवाद नहीं है.


403 विधानसभा सीटों के लिये कुल 4200 इच्छुक लोगों ने किया था आवेदन


एसपी मुखिया ने कहा कि प्रदेश विधानसभा की 403 विधानसभा सीटों के लिये कुल 4200 इच्छुक लोगों ने आवेदन किया था. एसपी महासचिव रामगोपाल यादव ने हर उम्मीदवार से अलग-अलग बात की और सर्वेक्षण कराया, जिसके बाद काफी सोच-समझकर जिताउ उम्मीदवारों की यह सूची तय की गयी है. अब इसमें कोई रद्दोबदल नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जो इच्छुक लोग टिकट नहीं पा सके हैं, वे निराश ना हों. भविष्य में उन्हें कहीं ना कहीं ‘सम्मानित’ किया जाएगा.



मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने की सम्भावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अखिलेश जहां से चाहें चुनाव लड़ सकते हैं.