इसके पहले अखिलेश यादव ने शहरों के नाम बदले जाने पर निशाना साधते हुये बुधवार को कहा था कि वर्तमान सरकार में विकास कार्य रुके पड़े हैं केवल नाम बदले जा रहे हैं. यही नहीं प्रदेश सरकार में सहयोगी दल के मंत्री भी नाम बदलने को लेकर अपनी ही सरकार पर निशाना साध रहे हैं. अखिलेश ने ट्वीट किया था कि 'बंद पड़े हैं सारे काम, बिखरा पड़ा सब सामान, तरक्की के रुके रस्ते, बदल रहे बस नाम.' उन्होंने अधूरे पड़े कुछ विकास कार्यों की फोटो भी ट्विटर पर डाली थी.
इससे पहले अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि सरकार शहरों का नाम बदल कर उसका श्रेय ले रही है. उन्होंने कहा था,"राजा हर्षवर्धन ने अपने दान से प्रयाग कुंभ का नाम किया था और आज के शासक केवल प्रयागराज नाम बदलकर अपना काम दिखाना चाहते है, इन्होंने तो अर्ध कुंभ का नाम बदलकर भी कुंभ कर दिया है, यह परम्परा और आस्था के साथ खिलवाड़ है."