लखनऊ: विधानसभा में हंगामे के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने 3483324.40 लाख रुपए का अनुपूरक बजट पेश किया.जेवर एयरपोर्ट, गोशाला, कुंभ मेले, लोकसभा चुनाव समेत कई क्षेत्रों के लिए रुपये का प्रावधान बजट में किया गया है. बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है.. प्रदेश के पूरक बजट में भी न तो किसानों के लिए कुछ प्रावधान है और न युवाओं के लिए. सरकार का ध्यान किसानों-नौजवानों की समस्याओं की तरफ खींचने के लिए सभी से हमारी अपील है कि वो हमारी ‘युवा साइकिल यात्रा’ में साथ आएं और सत्ता के अहंकार में डूबे सत्ताधारियों तक अपनी आवाज़ पहुंचाएं.
बता दें कि 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के सदस्य प्रदेश में कानून-व्यवस्था खराब होने के आरोप लगाते हुए सदन के बीचोंबीच आ गये और नारेबाजी करने लगे. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे.
हाथों में काले रंग के बैनर और पोस्टर लिये विपक्षी सदस्य ‘देवरिया कांड के दोषियों को फांसी दो’, ‘महिलाओं की रक्षा करो, उत्पीड़न बंद करो’, ‘बिगड़ती कानून-व्यवस्था का जिम्मेदार कौन’ के नारे लगा रहे थे.
सभापति रमेश यादव ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने-अपने स्थान पर जाने का आग्रह किया. मगर हंगामा थमता ना देख उन्होंने सदन की कार्यवाही को पहले आधे घंटे के लिये स्थगित किया, फिर उसे दोपहर 12 बजे तक के लिए बढ़ा दिया.
सवा 12 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने से पहले ही सपा के सभी सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास मौजूद थे. कार्यवाही प्रारम्भ होते ही सपा सदस्य फिर से सरकार विरोधी नारे लगाने लगे. इसी शोर-शराबे के बीच नेता सदन उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने वित्त वर्ष 2018-19 के अनुपूरक अनुदानों को प्रस्तुत किया. इसके अलावा विधान परिषद के प्रमुख सचिव राजेश सिंह ने 11 अधिनियमों को सदन की मेज पर रखा.
इस बीच, विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा. इस दौरान अनुसूची की सभी मदों को सदन की पटल पर रखा गया और बैठक मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.