लखनऊ: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को एक और झटका लगा है. मुलायम सरकार में मंत्री रहे एमएलसी अशोक वाजपेयी ने विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वह जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. वाजपेयी समाजवादी पार्टी के ब्राह्मण चेहरा माने जाते थे.
इस्तीफ़ा देने के बाद वाजपेयी ने कहा है, "मैं मुलायम सिंह जी की उपेक्षा से हताश और निराश था."
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की चेतावनी को उनके ही लोग सुनने को तैयार नहीं हैं. दो दिन पहले ही अखिलेश ने कहा था, ‘’जिनको पार्टी से जाना है जाएं, लेकिन बहाना न बनाएं." लेकिन अब कुछ ही घंटों में एक और एमएलसी ने अखिलेश पर आरोप लगाते हुए इस्तीफ़ा दे दिया है.
इतना ही नहीं खबर है कि पार्टी से अभी तीन और एमएलसी इस्तीफा दे सकते हैं. बता दें कि 4 अगस्त को समाजवादी पार्टी की एमएलसी सरोजिनी अग्रवाल ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और वह बीजेपी में शामिल हो गई थी. वहीं, सपा के के एमएलसी बुक्कल नवाब और यशवंत सिंह भी समाजवादी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं.
अब तक समाजवादी पार्टी के चार और बीएसपी के एक एमएलसी त्याग पत्र दे चुके हैं. इसकी शुरूआत बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के लखनऊ दौरे से शुरू हुई थी. इस्तीफ़ा देने से जो सीट ख़ाली हो रही हैं, उनके बदले सीएम योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम विधान परिषद के लिए चुने जाएंगे.