नई दिल्ली: केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज लोकसभा में तीन तलाक बिल पेश किया. इस दौरान विपक्षी दलों ने अपना विरोध जताया. यूपी के रामपुर से सांसद आजम खान ने साफ कहा कि मुसलमान केवल कुरान को मानेगा. उन्होंने कहा,"जो इस्लाम को मानेगा, वो कुरान को मानेगा. जो कुरान कहता है हम वो मानेंगे. इस्लाम से ज्यादा औरत का हक किसने दिया? 1500 साल पहले सबसे पहले औरत को बराबरी का हक इस्लाम ने ही दिया था."


जब उनसे पूछा गया कि उनकी पार्टी का इस पर क्या रुख है तो उन्होंने कहा,"जो कुरान कहता है."


समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने संसद के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस्लाम में सबसे कम तलाक होते हैं और महिलाओं के खिलाफ भी हिंसा बेहद कम होती है. साथ ही ना तो उन्हें जलाया जाता है और ना ही उनकी हत्या की जाती है.


आजम खान ने बेहद साफ कहा कि तीन तलाक एक धार्मिक मुद्दा है और मुसलमान के लिए कोई भी चीज कुरान से ऊपर नहीं है. कुरान में शादी, तलाक आदि हर चीज के लिए स्पष्ट निर्देश हैं.


ओवैसी का बीजेपी पर तंज


लोकसभा सांसद ओवैसी ने कहा कि यह बिल अनुच्छेद 14 और 15 का उल्लंघन करता है. उन्होंने कहा, ''अगर किसी गैर मुस्लिम पति को जेल में डाला जाएगा तो उसको एक साल की सजा होगी और मुस्लिम को तीन साल की सजा मिलेगी. यह अनुच्छेद 14 और 15 का उल्लंघन है. यह संविधान के खिलाफ बिल है. आप महिला के साथ नहीं हैं. जो पति तीन साल जेल में रहेगा तो महिला का भत्ता कौन देगा. आप देंगे भत्ता?''


ओवैसी ने आगे कहा, ''आपको (बीजेपी) मुस्लिम महिलाओं से इतनी मोहब्बत है तो केरल की महिलाओं के प्रति मोहब्बत क्यों नहीं है? आखिर सबरीमाला पर आपका रूख क्या है?