पार्टी के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा,"राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का मुख्य निर्णय यह रहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को 2019 लोकसभा चुनाव में गठबंधन और सीटों के बंटवारे के बारे में फैसला लेने के लिये अधिकृत किया गया है."
उन्होंने कहा, 'कार्यकारिणी का मानना है कि लोकसभा चुनाव ईवीएम की बजाय मतपत्र से होना चाहिए.'
उनसे जब बैठक में आजम खान सहित कुछ नेताओं के शामिल न होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'क्या यह जरूरी है कि सभी लोग बैठक में शामिल हों. 90 प्रतिशत सदस्य मौजूद थे. पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद थे.'
यह पूछे जाने पर कि अगर चुनाव आयोग ने पार्टी की ईवीएम की जगह मतपत्र से चुनाव कराने की मांग नहीं मानी तो तब वह क्या करेंगे, इस पर यादव ने जवाब दिया कि 'उनके दरवाजे पर बैठ जायेंगे, और क्या गोली चलाने लगेंगे, गांधी जी के देश में सत्याग्रह करेंगे और क्या करेंगे.'