उन्होंने कहा, "जब हम बोल रहे थे कि अर्थव्यवस्था बेपटरी हो गई है तब किसी ने नहीं स्वीकार किया. इतना ही नहीं किसी मीडिया ने इसको प्रकाशित तक नहीं किया. रोजगार की बात उठाई तो उसको भी गलत ठहराया गया. बाद में लोगों को समझ में आया कि बीजेपी के पास मुद्दों से ध्यान हटाने की सबसे बड़ी ताकत है."
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "देश 70 लाख करोड़ रुपये के कर्ज में है. किसानों को दो से छह हजार रुपये देने से खुशहाली नहीं लौटने वाली. किसानों को मुकम्मल सुविधा मुहैया करानी होगी. जब तक कल-कारखानों की स्थापना नहीं होगी, रोजगार के द्वार नहीं खुलेंगे."
अखिलेश ने बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा, "यह झूठ की सरकार है. उप्र लोकसेवा आयोग में धांधली के पोल खुल चुके हैं. यह सरकार कहती है कि यह सपा के पाप का नतीजा है. हमारी सरकार को हटे तो वर्षो हो गए. जब बाबा, योगी समाज में झूठ बोलने लगे तो समाज का क्या होगा. आप इसी से अंदाजा लगा सकते हो कि समाज कहां जा रहा है."
उन्होंने कहा, "सपा कार्यकर्ताओं की हत्या लगातार हो रही है. सरकार मौन है. समय बदलेगा, बड़े ख्वाब के लिए तैयारी अभी से करनी होगी. अन्याय करने वालों को सबक मिलेगा."
सपा प्रमुख ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर भी तंज कसा और कहा, "सरकार कह रही है कि अगस्त 2020 तक इसका निर्माण करा देंगे. आज हम उसी सड़क से होकर आए, लेकिन कहीं भी काम होते नहीं दिखा. हमने लखनऊ से आगरा की सड़क 19 माह में तैयार करके दिखा दी."
अखिलेश यादव ने गठबंधन के कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि सपा और बसपा के कार्यकर्ताओं ने अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन बेहतर प्रदर्शन करेगा.