लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर समान विचारों वाले दलों का गठबंधन बनने की स्थिति में उसका साथ देने का एलान किया है. आगामी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के रुख के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा कि अगर इस चुनाव के लिये धर्मनिरपेक्ष ताकतें एकजुट होती हैं, तो हम जरूर साथ देंगे. उन्होंने कहा कि देश को गठबंधन की जरूरत है. ऐसे हर मोर्चे की जरूरत है जो देश को विकास के रास्ते पर ले जाए.


इस सवाल पर कि विधानसभा चुनाव में उसकी सहयोगी रही कांग्रेस ने स्थानीय निकाय चुनावों में अपने बलबूते मैदान में उतरने का एलान किया है, अखिलेश ने कहा ‘‘कांग्रेस से गठबंधन बरकरार रहेगा, या नहीं. कांग्रेस से हमारी दोस्ती है और रहेगी.’’


शिवपाल की पार्टी पर बोले अखिलेश


अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी चाचा शिवपाल सिंह यादव द्वारा ‘सेक्युलर मोर्चा’ गठित किये जाने के सवाल पर सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘इस बारे में मुझे यहीं पर जानकारी हुई है. अगर सेक्युलर मोर्चा बनता है तो अच्छी बात है.’’


कथित रूप से हिन्दू युवा वाहिनी द्वारा हाल में बुलंदशहर में किये गये बवाल के बारे में अखिलेश ने कहा ‘‘हिन्दू युवा वाहिनी के लोग दिल्ली जाकर ऐसे बीजेपी नेताओं की सूची बनाएं, जिन्होंने अन्तरधार्मिक विवाह किया है. उन्हें भी तो पता चले कि कितने बीजेपी नेताओं ने दूसरे धर्म की लड़कियों से शादी की है.’’


मालूम हो कि कथित रूप से हिन्दू युवा वाहिनी संगठन के कार्यकर्ताओं ने बुलंदशहर में अलग-अलग धर्म के मानने वाले गत 27 अप्रैल से लापता प्रेमी युगल का पता-ठिकाना मालूम होने के संदेह में एक समुदाय के व्यक्ति की पिछले दिनों पीट-पीटकर हत्या कर दी थी.


एसपी-कांग्रेस का कोई गठबंधन नहीं होगा


उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर के इस बयान पर कि स्थानीय निकाय चुनावों में सपा से कोई गठबंधन नहीं होगा, अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस के साथ हमारी मित्रता जारी रहेगी. उन्होंने हालांकि और कुछ नहीं कहा. कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के आगामी शहरी स्थानीय निकाय चुनाव अकेले दम पर लड़ने का फैसला किया है.


कांग्रेस के इस कदम को विधानसभा चुनाव से पहले सपा के साथ हुए गठजोड़ के खत्म होने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सपा का गठजोड़ कोई खास प्रदर्शन नहीं कर सका. बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला और सपा-कांग्रेस का प्रदर्शन अत्यंत खराब रहा.


खराब प्रदर्शन के बाद अटकलें लगायी जा रही थीं कि शहरी निकाय चुनाव में गठबंधन टूट जाएगा क्योंकि कांग्रेस के जिला एवं शहर इकाइयों के नेताओं ने गठजोड़ जारी रखने का विरोध किया था.


धर्म निरपेक्ष गठबंधन का समर्थन करने को तैयार हैं: अखिलेश


समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति चुनाव के लिए धर्म निरपेक्ष गठबंधन का समर्थन करने को तैयार है. अखिलेश ने कहा, ‘‘यदि  कोई धर्म निरपेक्ष गठबंधन है तो मेरी पार्टी उसका समर्थन करेगी.’’


उनकी यह टिप्पणी धर्म निरपेक्ष गठबंधन का समर्थन करने को तैयार है महासचिव सीताराम येचुरी की हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के परिप्रेक्ष्य में आयी है. येचुरी और सोनिया की मुलाकात संयुक्त उम्मीदवार उतारने की संभावना तलाशने के मकसद से हुई थी. राजद प्रमुख लालू प्रसाद भी बिहार की तर्ज पर महागठबंधन बनाने की बात कर रहे हैं.


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव से पहले एकजुटता के लिए क्षेत्रीय पार्टियों के बीच एकता की अपील की है. आपको बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव जुलाई में होने हैं.