लखनऊ: समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के संस्थापक शिवपाल यादव ने बुधवार को छह, लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित अपने नए बंगले में प्रवेश किया. मोर्चा के एक नेता ने बताया 'पूजा और हवन के बाद शिवपाल ने आज अष्टमी के अवसर पर अपने नये बंगले में प्रवेश किया.'


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा हाल ही में आवंटित किये गये बंगले में बुधवार सुबह शिवपाल अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और पूजा अनुष्ठान के बाद गृह प्रवेश किया.

समाजवादी पार्टी से बगावत कर चुके शिवपाल यादव को जो नया बंगला मिला है वहां पहले बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती रहती थीं. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यह बंगला खाली किया था.

शिवपाल को सरकारी आवास मिलने पर कई लोगों ने सवाल उठाए थे. वहीं उनके भतीजे और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए शिवपाल के समाजवादी सेक्युलर मोर्चे को भाजपा की टीम बी बताया था. शिवपाल ने इस पर कहा कि बीजेपी ने उन पर कोई मेहरबानी नहीं की है. उन्होंने कहा कि खुफिया जानकारी के मुताबिक, उन्हें खतरा था और वह 5 बार विधायक रह चुके हैं.

समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के प्रमुख ने कहा कि यह पुरानी व्यवस्था है और उन्हें भी पुरानी व्यवस्था के अनुसार बंगला मिला है.

बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के संयोजक शिवपाल सिंह यादव को मायावती वाला बंगला आवंटित किए जाने पर अपनी बात रखी थी. उन्होंने कहा था कि समाजवादी पार्टी (सपा) को कमजोर करने के लिए शिवपाल से नजदीकी बढ़ाई जा रही है और दावा किया कि अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार तय है.

राजभर ने कहा था कि सपा को कमजोर करने के लिए शिवपाल यादव को आवास आवंटित किया गया है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा,"शिवपाल को तो सरकार बीजेपी का कार्यालय भी आवंटित कर सकती है."