पटना: बिहार बंद के दौरान गुरुवार को अचानक बीजेपी के एमएलसी संजय पासवान बंद समर्थकों के खिलाफ मैदान में उतर गए. कबीरपंथी समाज के बैनर तले संजय पासवान अपने समर्थकों के साथ डाकबंगला पहुंच गए. संजय पासवान के पहुंचने के साथ ही वहां माहौल गर्म हो गया. बंद समर्थक संजय पासवान के खिलाफ भड़कने लगे, नारेबाज़ी करने लगे. इसी बीच पुलिस ने संजय पासवान को समझाया और फिर वो मान गए.


हालांकि संजय पासवान ने अपनी बातें रख दी. संजय पासवान ने कहा कि जो प्रताड़ित हैं उन्हें शरण दिया जाएगा. उन्होंने कहा, ''हम सब लोग जानते हैं कि हमारे लोग बांग्लादेश, अफगानिस्तान,पाकिस्तान में रह गए थे. वहां हिंदुओं का जबरदस्ती धर्म बदलवाया गया. वो लोग यहां वापस आना चाहते हैं. उनके वापस आने में नागरिकता बाधक है. लगभग 30 लाख जो ऐसे लोग हैं जिन्हें नागरिकता मिलेगी. वो सभी लोग जो हिन्दू बुद्ध सिख और जैन वहां पर है वो कहां जाएंगे.


संजय पासवान ने बिहार सरकार ने नागरिकता कानून लागू करने की मांग की है. उन्होंने कहा, ''मैं बंद के विरोध में हूं और नागरिकता कानून को जल्द लागू करने के पक्ष में हूंं भारत सरकार लागू कर रही है और बिहार सरकार को भी इसे लागू करनी चाहिए.''


संजय पासवान ने आगे कहा, ''मुसलमान के अंदर कोई भय नहीं है वो निर्भय रहे, हम तो इसके पक्ष में है कि अभी जो भी ऐसे लोग हैं जो गैर मुस्लिम हैं जिन्हें नागरिकता मिलने में दिक्कतें थी उसे दूर किया. अब मुसलमान बेमतलब के परेशान हैं, मुसलमान को इसलिए छोड़ दिया क्योंकि वो पाकिस्तान में प्रताड़ित नहीं है वहां हिन्दू,जैन और सिख प्रताड़ित हैं.''


बंदी से देश का नुक़सान


संजय पासवान ने कहा, ''ये काम लॉ एंड ऑर्डर का मामला है, ये काम पुलिस को देखना है और जो होगा देखा जाएगा. हम लोग जनता को ये बताना चाहते हैं कि बंदी किसी बात का समाधान नही है, बंदी नहीं संधि चाहिए हमलोग को, विवाद नही संवाद चाहिए हम लोग को. इस बंदी से नुकसान राष्ट्र का नुकसान है,अब पार्टी का समर्थन है या नही ये पार्टी जाने हम कबीर लोग के साथ हैं और यही कबीर लोगों के बैनर तले हमलोग हैं.''