बिहार में बीजेपी का सीएम बने, संजय पासवान के इस बयान पर जेडीयू ने बीजेपी से मांगी सफाई
संजय पासवान ने कहा था कि अब नीतीश कुमार को बीजेपी के लिए सीएम की कुर्सी छोड़ देनी चाहिए. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार लंबे समय से इस पद बने हुए हैं. अब बिहार की जनता बदलाव चाहती है.
नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार बीजेपी के एमएलसी संजय पासवान के सीएम नीतीश कुमार को लेकर दिए बयान ने सूबे का सियासी पारा चढ़ा दिया है. जेडीयू ने अब बीजेपी नेता के इस बयान पर पार्टी से सफाई मांगी है. संजय पासवान ने कहा था कि नीतीश कुमार को अब सीएम की कुर्सी बीजेपी के लिए छोड़ देनी चाहिए. उन्होंने कहा था कि बिहार में अब बीजेपी का सीएम होना चाहिए क्योंकि नीतीश कुमार बहुत लंबे समय से इस पद पर हैं. ऐसे में बदलाव होना चाहिए. गौरतलब है कि बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं.
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पार्टी महासचिव पवन वर्मा ने कहा कि संजय पासवान के इस बयान पर बीजेपी को सफाई देनी चाहिए. उन्होंने कहा बीजेपी को ये बताना चाहिए कि संजय पासवान अपने मन से ऐसा बोल रहे हैं या बीजेपी की तरफ से ऐसे बयान दे रहे हैं. जेडीयू नेता ने कहा कि हम इसके आधार पर अपना निष्कर्ष निकालेंगे.
पवन वर्मा ने कहा, ''मेरा एकमात्र सवाल अब यही है कि क्या पासवान अपने मन की बात कह रहे हैं या बीजेपी नेतृत्व के लिए बयान दे रहे हैं? बीजेपी को साफ करने की जरूरत है कि संजय पासवान किसके मन की बात कर रहे हैं जब उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व बदलने की बात कही. हम इसके आधार पर अपना निष्कर्ष निकालेंगे.'' पवन वर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार का ट्रैक रिकॉर्ड बहुत साफ है. वह बिहार में एनडीए का चेहरा हैं. जब तक बीजेपी और जेडीयू गठबंधन में है तब तक नीतीश कुमार उसके चेहरे हैं. इसे बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने स्वीकार किया है.
सुशील मोदी बनें बिहार के सीएम- संजय पासवान
संजय पासवान से सोमवार को एबीपी न्यूज़ ने बातचीत की थी. जब वे बिहार में बीजेपी का सीएम बनने की बात कर रहे थे तो उन्होंने डिप्टी सीएम सुशील मोदी का नाम लिया था. उन्होंने कहा था कि सुशील मोदी को अब बिहार का सीएम बनना चाहिए. संजय पासवान ने दावा किया था कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है.
इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार को लेकर जारी किए गए पोस्टर पर भी इशारों-इशारों में निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि पोस्टर पर न तो जेडीयू, ने बीजेपी और न ही एनडीए लिखा था. ऐसे में ये जांच का विषय है कि ये पोस्टर किसकी ओर से जारी किया गया है. अगर जेडीयू ने ये पोस्टर जारी किया है तो ये उनका मामला है. एनडीए का नहीं है.
यहां बता दें कि जेडीयू का कहना है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ही एनडीए का चेहरा होंगे. लेकिन संजय पासवान इससे असहमत दिखे. उन्होंने कहा कि एनडीए का फैसला अभी नहीं हुआ है. ये दिलचस्प है कि एक तरफ जहां संजय पासवान, नीतीश कुमार को एनडीए का चेहरा नहीं मान रहे हैं वहीं दूसरी तऱफ खुद डिप्टी सीएम सुशील मोदी ये कह चुके हैं कि नीतीश कुमार ही एनडीए का चेहरा होंगे. ऐसे में ये दो बयान अपने आप में विरोधाभासी मालूम पड़ते हैं.
अब इस बयान का जेडीयू और बीजेपी के रिश्ते पर क्या असर पड़ता है, इसपर सबकी नजरें रहेंगी. उधर संजय पासवान के इस बयान को लेकर बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को निशाने पर ले लिया. सोमवार को तेजस्वी ने कहा कि क्या नीतीश कुमार बीजेपी नेताओं के बात का खंडन करने का माद्दा रखते हैं. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार ने तो लोकसभा चुनाव में अपना घोषणापत्र भी जारी नहीं किया. उन्होंने तो बीजेपी के घोषणापत्र के सहारे ही 16 सांसद जीत लिए.