(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
जानिए संजय सेठ क्यों ढूंढ रहे हैं मुलायम सिंह यादव के लिए नया घर
मुलायम किसी किराए के घर में रहना चाहते हैं. उनके क़रीबी और समाजवादी पार्टी के सांसद संजय सेठ ने मुलायम के लिए कुछ घर भी देखे. लेकिन अब तक उन्हें कोई पसंद नहीं आया है.
लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यूपी के पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला छोड़ना पड़ेगा. इस फैसले के बाद नेताजी मुलायम सिंह यादव इन दिनों किराए का घर ढूंढ रहे हैं पर अब तक कोई पसंद नहीं आया है. 27 सालों से जिस बंगले में नेताजी रह रहे थे. उसे अगले हफ़्ते तक सरकार ने ख़ाली करने को कहा है.
मुलायम सिंह यादव तीन बार यूपी के मुख्य मंत्री रह चुके हैं. जब पहली बार वे 1991 में सीएम की कुर्सी से हटे तो उन्हें 4 विक्रमादित्य मार्ग वाला घर मिला. मुलायम सिंह अब यहां अपनी दूसरी पत्नी साधना और छोटे बेटे प्रतीक के साथ रहते हैं.
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मुलायम के बंगले से 50 मीटर दूर प्रतीक यादव का आलीशान मकान बन रहा है. लेकिन इसे तैयार होने में साल भर लग सकता है. तब तक के लिए मुलायम किसी किराए के घर में रहना चाहते हैं. उनके क़रीबी और समाजवादी पार्टी के सांसद संजय सेठ ने मुलायम के लिए कुछ घर भी देखे. लेकिन अब तक उन्हें कोई पसंद नहीं आया है.
संजय सेठ यूपी के बड़े बिल्डर हैं. वे शालीमार कंपनी के चेयरमैन भी हैं. इटावा के सिविल लाइंस इलाक़े की मुलायम सिंह की जो कोठी है. उसे भी संजय ने ही बनवाया था. अखिलेश यादव जब मायावती से मिलने गए, तब सिर्फ़ संजय सेठ ही उनके साथ थे.
अखिलेश, मुलायम और मायावती घर का सिर्फ 4200 रुपए देते हैं किराया
अखिलेश लखनऊ में 4 विक्रमादित्य मार्ग वाले बंगले में रहते हैं. इसका डिज़ाइन और इंटीरियर भी संजय सेठ ने ही बनवाया है. कहते हैं मुलायम और अखिलेश के बेहतर हो रहे रिश्तों की वजह भी सेठ ही हैं. यही नहीं बुआ मायावती और भतीजे अखिलेश को क़रीब लाने में भी सेठ का बड़ा रोल रहा है.
अपना घर बचाने के लिए मुलायम सिंह यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ से भेंट की थी. उन्हें एक फ़ार्मूला भी दिया था. मुलायम ने अपना वाला बंगला विधानसभा में विपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी के नाम करने की मांग की. उन्होंने अखिलेश वाला मकान विधान परिषद में विपक्ष के नेता अहमद हसन को देने को कहा. लेकिन योगी ने इस फ़ार्मूले को ख़ारिज कर दिया.