(Source: Poll of Polls)
जल्द आ सकती है समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के जिलाध्यक्षों की दूसरी लिस्ट, देखने को मिल सकते हैं सपा के कई बड़े नाम
लोकसभा चुनाव में शिवपाल यादव नई पार्टी के साथ चुनाव मैदान में उतरेंगे. नई पार्टी का नाम और नया चुनाव निशान भी तय हो गया है. बस चुनाव आयोग की हरी झंडी का इंतज़ार है. अपने क़रीबी नेताओं के साथ बैठक के बाद शिवपाल को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी नाम पसंद आया है.
कानपुर:समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के संयोजक शिवपाल सिंह यादव जिलाध्यक्षों की दूसरी लिस्ट जल्द ही जारी करने वाले हैं. इस लिस्ट में कभी समाजवादी पार्टी की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले कार्यकर्ताओं को तरजीह दी गयी है. इस लिस्ट में कन्नौज, कानपुर, इटावा, औरैया समेत बुंदेलखंड कई जनपदों के नाम शामिल हैं. लोकसभा चुनाव से पहले सेक्युलर मोर्चा सियासी जमीन तैयार करने में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता.
बता दें कि प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि समाजवादी सेक्युलर मोर्चा हमारी शर्तो पर पार्टी का विलय करना चाहे तो उनका स्वागत है. शिवपाल सिंह यादव ने बीजेपी में शामिल होने की संभावना से शनिवार को साफ इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि उनका मोर्चा बड़े भाई एवं सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का समर्थन करेगा, भले ही अगले संसदीय चुनाव में वह किसी भी अन्य दल से चुनाव लड़ें.
इस सब के बीच समाजवादी सेक्युलर मोर्चे की तरफ से यह जानकारी मिली है कि जल्द ही जिलाध्यक्षों की दूसरी लिस्ट जारी होने वाली है. शिवपाल सिंह यादव फैंस एसोशिएशन के प्रदेश अध्यक्ष आशीष चौबे के मुताबिक जिलाध्यक्षों की दूसरी लिस्ट बनकर तैयार हो गयी है. मोर्चे की तरफ से इसकी घोषणा होना बाकी है.
उन्होंने बताया कि शिवपाल जिलाध्यक्षों की नियुक्ति का काम स्वयं देख रहे हैं. जैसा मोर्चे के संयोजक पहले ही कह चुके हैं कि इस पार्टी में ऐसे लोगों को तरजीह दी जा रही है जो उपेक्षित हैं. वो सदस्य किसी भी दल का हो. समाजवादी सेक्युलर मोर्चा ऐसे ही उपेक्षित कार्यकर्ताओं को संगठन की बड़ी जिम्मेदारी सौप रहा है.
जिन्हें भी यह जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदरी दी गयी है वो सभी जमीनी पदाधिकारी रहे हैं. जिन्होंने पार्टी को खड़ा करने में दिन रात खून पसीना बहाया है. उन्हें कुछ बताने की जरूरत नहीं बल्कि उन्हें पहले से पता है कि हमें क्या करना है. उन्होंने बताया कि बीते रविवार को शिवपाल सिंह यादव कानपुर आये थे जब उन्होंने देखा कि शिवपाल सिंह यादव फैंस एसोशिएशन ने कानपुर में मोर्चे इतना मजबूत बना दिया है कि इतनी बड़ी संख्या में लोग स्वागत करने के लिए आये हैं. इस बात का जिक्र उन्होंने इटावा में भी किया था.