अंबेडकर जयंती के मद्देनजर मुजफ्फरनगर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति ( अत्याचार निवारण ) अधिनियम को सुप्रीम कोर्ट द्वारा कथित तौर पर कमजोर किए जाने के खिलाफ दलित संगठनों ने देशव्यापी प्रदर्शन किया था.
मुजफ्फरनगर: संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की जयंती के मद्देनजर मुजफ्फरनगर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. पुलिस अधीक्षक ओमबीर सिंह ने कहा कि दो अप्रैल को दलित संगठनों द्वारा आहूत देशव्यापी प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा को देखते हुए सुरक्षा प्रबंधों को कड़ा किया गया है.
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति ( अत्याचार निवारण ) अधिनियम को सुप्रीम कोर्ट द्वारा कथित तौर पर कमजोर किए जाने के खिलाफ दलित संगठनों ने देशव्यापी प्रदर्शन किया था.
अधिकारी ने बताया कि एहतियाती आदेश दिए गए हैं और जिला के अधिकारियों की अनुमति के बगैर किसी तरह का जुलूस नहीं निकाला जा सकेगा.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के बदायूं में शहर के बीचों बीच एक चौराहे के निकट लगी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की एक मूर्ति को लोहे की सलाखों में बंद कर ताला लगा दिया गया है. यहां लगी मूर्ति को न सिर्फ लोहे के जाल में बंद कर दिया गया है बल्कि, ताला भी लगा दिया गया है. इसके साथ ही यहां पुलिस की ओर से ड्यूटी भी लगी हुई है. तीन होमगार्ड प्रतिमा की 24 घंटे सुरक्षा करते हैं.