मेरठ: भारतीय सेना के खिलाफ विवादित बयान देने के लिए समाजवादी पार्टी के नेता आज़म खान के खिलाफ बिजनौर के चांदपुर पुलिस थाने में राजद्रोह के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया है.
चांदपुर पुलिस थाना प्रभारी अजय कुमार सिंह ने बताया कि बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के प्रान्त मंत्री अनिल पांडे की तहरीर के आधार पर आजम खान के खिलाफ आईपीसी की धारा 124 (क), 131 (क), 131 और 505 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
देशद्रोह की धाराओं में मुकदमा दर्ज
इधर मेरठ में भी भारतीय सेना के संबंध में दिए गए बयान को लेकर बजरंग दल के स्थानीय नेताओं ने आजम खान के खिलाफ देशद्रोह की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के लिए शहर के थाना सदर बाजार पुलिस थाने में तहरीर दी है.
थाना सदर बाजार पुलिस के अनुसार, बजरंग दल के क्षेत्रीय मंत्री सचिन कंसल की ओर से दी गई इस तहरीर में कहा गया है कि आजम खान ने सेना का ही नहीं बल्कि देश का अपमान किया है. ऐसे नेता को गिरफ्तार करने में देरी नहीं करनी चाहिए. सदर बाजार पुलिस के अनुसार तहरीर के आधार पर आवश्यक धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
बजरंग दल के क्षेत्रीय मंत्री सचिन कंसल की अगुवाई में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा आज आजम खां की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग को लेकर सदर बाजार क्षेत्र में आजम खान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा उनका पुतला भी फूंका.
सेना पर दिया था विवादित बयान
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान ने बुधवार को सेना पर विवादित बयान दिया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना हो रही है. रामपुर जिले में हुए एक कार्यक्रम के दौरान का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एसपी नेता आजम खान भारतीय सेना पर अभद्र टिप्पणी करते नजर आए हैं.
'इस तरह के बयान से कमजोर होने लगता है सेना का विश्वास'
आजम खान के बयान की चारों ओर निंदा की जा रही है. समाजवादी पार्टी से निष्कासित पूर्व प्रवक्ता दीपक मिश्र ने कहा कि आजम को ऐसा नहीं कहना चाहिए. इस तरह के बयान देने से सेना का विश्वास कमजोर होने लगता है. उन्हें इस तरह का विवादित बयान नहीं देना चाहिए.
'बार-बार देश बांटने की साजिश कर रहे हैं आजम खान'
वहीं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने आजम खान के बयान पर कहा कि वह देश बांटने की साजिश बार-बार कर रहे हैं. उन्होंने भारतीय सेना को कभी अपना नहीं माना. वहीं बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि आजम पहले भी कारगिल शहीदों में मजहब तलाशकर सेना पर घटिया बयानबाजी कर चुके हैं. आजम को अपने मानसिक दिवालियापन का इलाज कराना चाहिए.