नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को चुनाव आयोग से कांग्रेस का चुनाव चिन्ह 'जब्त' करने की मांग की. आपको बता दें कि राहुल ने हाल ही में कांग्रेस के चुनाव चिन्ह की तुलना धार्मिक महापुरुषों से की थी.
'जन वेदना सम्मेलन' में दिए बयान की शिकायत
पांच राज्यों में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को निर्वाचन आयोग से राहुल गांधी द्वारा 11 जनवरी को दिल्ली में 'जन वेदना सम्मेलन' के दौरान दिए बयान की शिकायत की. मुख्तार अब्बास नकवी और प्रकाश जावड़ेकर के नेतृत्व में निर्वाचन आयोग पहुंचे बीजेपी प्रतिनिधिमंडल में पार्टी महासचिव अरुण सिंह सहित कई अन्य नेता शामिल थे.
चुनाव से पहले सांप्रदायिक सद्भाव भंग करने की साजिश
नकवी ने पत्रकारों से कहा, "राहुल गांधी का बयान चुनाव से पहले सांप्रदायिक सद्भाव भंग करने की साजिश के अलावा और कुछ नहीं है. धार्मिक महापुरुषों से अपने चुनाव चिन्ह की तुलना कर वह लोगों से कहना चाहते हैं कि कांग्रेस को वोट देकर वे अपने धर्म को वोट देंगे."
उन्होंने कहा, "यह और कुछ नहीं, बल्कि धर्म के नाम पर वोट मांगना है. न सिर्फ यह गलत है, बल्कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन भी है. इसलिए हमने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है. कांग्रेस का चुनाव चिह्न जब्त होना चाहिए."
समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन का उपहास
कांग्रेस पर सांप्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाते हुए नकवी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के साथ उसके गठबंधन का उपहास भी उड़ाया. उन्होंने कहा, "अब कांग्रेस ने चूंकि एसपी से गठबंधन कर लिया है, तो उनका न्यूनतम साझा कार्यक्रम अब सांप्रदायिकता, भ्रष्टाचार और कुशासन होगा."