वाराणसी: नोटबंदी को लेकर विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार को घेरने में लगी हुई हैं. कांग्रेस भी अगले साल यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में नोटबंदी के मुद्दे को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. सोमवार को इसी क्रम में कांग्रेस के राज्यसभा संसद प्रमोद तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उनपर जमकर निशाना साधा.
आजादी के बाद देश का सबसे बड़ा घोटाला
सहारा के द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को पैसे दिए जाने के मामले में प्रमोद तिवारी ने कहा कि नैतिकता के आधार पर पीएम मोदी को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. प्रमोद तिवारी ने नोटबंदी को आजादी के बाद देश का सबसे बड़ा घोटाला बताया. तो वहीं यूपी चुनाव में प्रमोद तिवारी ने कांग्रेस का किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया.
ब्लैक मनी को व्हाइट करने का जरिया बन गयी है मोदी सरकार
प्रमोद तिवारी ने नोटबंदी पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा, ''केंद्र की मोदी सरकार ब्लैक मनी को व्हाइट करने का जरिया बन गयी है. आतंकियों के पास से नए करेंसी का होना यह साबित करता है कि नोटबंदी की पॉलिसी आतंकवाद रोकने में भी असफल रही. नोटबंदी को लेकर मोदी जी ने कहा था कि 50 दिन में सपनो का देंगे लेकिन 50 दिन बीतने वाले है और अब वह कह रहे है कि 50 दिन में देश के हालात सुधरेंगे. पीएम मोदी अपने ही बात से मुकर रहे हैं.''
मोदी को नोटबंदी पर घेरते हुए प्रमोद तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री बताएं कि क्या नोटबंदी करने से रोज़गार में सुधार हुआ, बल्कि घट गया. किसी भी कानून को लाने में कैबिनेट की सहमति होती है. एक बदलाव किये जाते हैं लेकिन यहां 66 बार कानून में बदलाव किया गया. यह इस बात का सबूत है कि बिना तैयारी के नोटबंदी का फैसला लिया गया.
क्या किसी BJP नेता की करीबी है पेटीएम ?
प्रमोद तिवारी ने पेटीएम के बहाने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार पेटीएम को बढ़ावा देने की बात कर रही है, क्या वह यह भूल गए हैं कि इसका यूज करने पर इसका कमीशन चाइना को जायेगा. यह उपभोक्ता हित के खिलाफ है. इस पेटीएम पर सरकार की मेहबानी क्यों? क्या किसी बीजेपी नेता की करीबी है पेटीएम ?
पीएम मोदी साहस दिखाते हुए अपने पद से इस्तीफा देंगे ?
प्रमोद तिवारी ने सहारा के द्वारा नरेंद्र मोदी को पैसे दिए जाने पर कहा कि एक जैन हवाला केस हुआ था. तब उसमें कई राजनेताओं के ऊपर पैसे लेने का आरोप लगा था. जिन नेताओं के नाम उसमें आए, उन सभी नेताओं ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया. नैतिकता के नाते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोआरोप लगे हैं तो क्या वह लाल कृष्ण आडवाणी जी की तरह ही पीएम मोदी साहस दिखाते हुए अपने पद से इस्तीफा देंगे ?
उत्तर प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस का समाजवादी पार्टी से गठबंधन के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने कह दिया है कि हम किसी से गठबंधन नहीं करेंगे. हमारे यहां जो पार्टी लीडर कह दे, वही हम सभी मानते हैं. कांग्रेस पार्टी 130 साल पुरानी पार्टी है, सोनिया गांधी, राहुल गांंधी और उच्च नेताओं के अलावा दूसरा कोई गठबंधन की बात नहीं करेगा.