पांडे पर इस वक्त कई महत्वपूर्ण विभागों का दायित्व है. वह फिलहाल औद्योगिक एवं अवस्थापना विकास आयुक्त के साथ-साथ अपर मुख्य सचिव (वित्त) तथा ग्रेटर नोएडा के अध्यक्ष की जिम्मेदारी सम्भाल रहे हैं.
उनसे अगले आदेशों तक इन दायित्वों को अतिरिक्त प्रभार के तौर पर निभाने को कहा गया है. तेजतर्रार अफसरों में शुमार किये जाने वाले पांडे ने फरवरी में लखनऊ में हुई ‘यूपी इन्वेस्टर्स समिट’ के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी.
हालांकि राजीव कुमार भी यूपी सरकार को अपनी सेवाएं किसी ना किसी रूप में देते रहेंगे. ये फैसला यूपी कैबिनेट की बैठक में किया गया. तय किया गया कि राजीव कुमार की सेवाएं किसी ना किसी रूप में ली जानी चाहिए.
कैबिनेट की बैठक में सीएम ने राजीव कुमार की जम कर तारीफ की. माना जा रहा है कि इन्वेस्टर्स समिट में अनूप चंद्र पांडे ने जिस तरह काम किया था उससे सीएम योगी और बाकी मंत्री काफी इंप्रेस हुए थे.