नई दिल्ली: बिहार में एनडीए के भीतर सीटों को लेकर जारी घमासान खत्म होने की कगार पर है. सूत्रों के मुताबिक सीटों को लेकर सहमति हो गई है. एलजेपी के लिए सीटों का जो फॉर्मूला तैयार किया गया है उसमें बिहार में लोकसभा की पांच, यूपी में लोकसभा की एक सीट के अलावा एक राज्यसभा की सीट शामिल है. यानी ये फॉर्मूला (5+1+1) है.
इस तरह एलजेपी को कुल सात सीटें मिलने की संभावना है. शनिवार को इसकी आधिकारिक घोषणा हो सकती है. इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद होंगे. बता दें कि इस सप्ताह एनडीए में सीटों को लेकर तनातनी देखने को मिली. पहले तो एलजेपी नेता चिराग पासवान ने ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर की फिर उसके बाद एलजेपी ने बीजेपी को अल्टीमेटम तक दे दिया. एलजेपी ने कहा कि 31 दिसंबर तक सीटों की संख्या फाइनल हो जानी चाहिए. सूत्रों चिराग पासवान ने अपने पिता और एलजेपी अध्यक्ष रामविलास पासवान के लिए राज्यसभा की एक सीट मांगी है.
इसी को लेकर पिछले 24 घंटे में एलजेपी के शीर्ष नेताओं और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के बीच दो दौर की बैठक हो चुकी है. कल रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान ने शाह से मुलाकात की थी और आज पासवान वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिले. बैठक के बाद चिराग पासवान ने कहा कि जब अंतिम फैसला होगा उसके बाद पूरी जानकारी दी जाएगी. वहीं रामविलास पासवान के भाई और सांसद रामचंद्र पासवान ने कहा कि एनडीए में कोई पेंच नहीं है, मिलकर हमलोग चुनाव लड़ेंगे.
दरअसल, एनडीए में लड़ाई सीटों को लेकर है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी बिहार की 40 सीटों में से 30 पर लड़ी थी और उसे 22 सीटों पर जीत मिली थी. एलजेपी ने सात और आरएलएसपी ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. एलजेपी ने छह सीटों पर और आरएलएसपी ने तीनों सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2014 लोकसभा चुनाव में जेडीयू और कांग्रेस दो-दो, आरजेडी चार और एनसीपी एक सीट जीती थीं.
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