इलाहाबाद: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के शहर इलाहाबाद में राजकीय किशोर सम्प्रेषण गृह यानी बच्चों की जेल से सात आरोपियों के फरार होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. किशोर उम्र के इन आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धाराओं में केस दर्ज था और उन्हें सुधार के लिए यहां रखा गया था.

तेरह से अठारह साल के ये बच्चे सम्प्रेषण गृह के पिछले हिस्से के रोशनदान में लगी लोहे की रॉड तोड़कर सुबह तकरीबन चार बजे फरार हुए हैं. किशोर आरोपियों के फरार होने के बाद बैकफुट पर आए अफसरों ने लापरवाही के आरोप में सात कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है.

सस्पेंड होने वालों में दो कांस्टेबल, दो होमगार्ड और केयर टेकर के साथ ही चतुर्थ श्रेणी के दो कर्मचारी भी शामिल हैं. सम्प्रेषण गृह में लगे सीसीटीवी कैमरों में बच्चों के भागने का पूरा वीडियो रिकार्ड हो गया है. अफसरों ने सीसीटीवी फुटेज को जब्त कर लिया है.

इलाहाबाद में किशोर उम्र के आरोपियों को रखने के लिए खुल्दाबाद इलाके में पुलिस स्टेशन के ठीक सामने राजकीय किशोर सम्प्रेषण गृह है. इस सम्प्रेषण गृह में यूपी के अलग अलग हिस्सों से भेजे गए पचास से ज़्यादा किशोर आरोपी रखे गए हैं. आज भोर में तकरीबन पौने चार बजे सात किशोर पिछले हिस्से में लगे रोशनदान की सरिया तोड़कर फरार हो गए.

सम्प्रेषण गृह के अफसरों व कर्मचारियों को सुबह गिनती होने पर इसकी जानकारी हुई. अफसरों ने इस मामले में खुल्दाबाद पुलिस स्टेशन में केस दर्ज करा दिया है.

शुरुआती जांच के आधार पर लापरवाही बरतने के आरोप में सम्प्रेषण गृह के केयर टेकर शिवजीत, कांस्टेबल अनूप कुमार व सुरजीत, होमगार्ड विनोद शुक्ल व शिबू कुमार और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अर्जुन यादव व जगदीश को सस्पेंड कर दिया गया है. फरार हुए सातों कर्मचारी पांच अलग - अलग जिलों के रहने वाले हैं. डीएम सुहास एलवाई के मुताबिक़ फरार बच्चों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें गठित कर दी गई हैं.