मथुरा: यूपी के मथुरा से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. बरसाना इलाके के पिसावा गांव में आवारा कुत्तों ने पिता को खाना देने खेत पर जा रही एक बच्ची को बुरी तरह से नोंच-काट कर मार डाला और शव को क्षत-विक्षत कर दिया.
पुलिस ने बताया कि यह घटना सोमवार को हुई जहां भूप सिंह की सात साल की बेटी देवकी अपने पिता को खाना देने खेत में जा रही थी. उन्होंने बताया कि रास्ते में ही खूंखार कुत्तों ने बच्ची को घेर लिया और उससे खाना छीनने के प्रयास में उसे बुरी तरह से नोच कर मार डाला.
हिंसक बन रहे हैं मृत मवेशियों का मांस खाने वाले कुत्ते
इस घटना ने देहात क्षेत्रों में तेजी से पनप रही एक नई समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया है, जिसके चलते न केवल छोटे बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं, अशक्त व्यक्तियों, बल्कि ऐसे हिंसक कुत्तों से अच्छे-भले स्वस्थ्य व्यक्ति को भी अपनी जान बचाना भारी पड़ रहा है.
पिसावा में सोमवार की सुबह पिता के लिए खेत पर नाश्ते का टिफिन पहंचाने जा रही सात साल की बच्ची पर करीब एक दर्जन जंगली कुत्तों ने हमला कर उसको मार डाला और शव को क्षत-विक्षत कर दिया.
पशु चिकित्सा विभाग के मण्डलीय अपर निदेशक और मथुरा के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी रहे डॉक्टर एच. के. मलिक का कहना है कि गांव के आवारा कुत्तों द्वारा इंसानों पर हमला कर किसी बच्ची की जान ले लेने का यह पहला मामला प्रकाश में आया है.
परंतु, यह पहले से ही देखने में आ रहा है कि गांव-देहात में मृत पशुओं के शवों का भली प्रकार से निस्तारण न कर खाली पड़े खेतों अथवा चारागाह भूमि पर लावारिस रूप से फेंके गए जानवरों का मांस खाने वाले कुत्ते हिंसक वन्य जीवों की तरह ही व्यवहार करने लगे हैं.
पिसावा में मौका मुआयना करने पहुंचे छाता तहसील क्षेत्र के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया,"ऐसे कुत्तों में रैबीज के विषाणु सामान्य रूप से घरों में पाले जाने वाले कुत्तों से कई गुना ज्यादा होते हैं. उस पर गर्मी का मौसम भी उनके व्यवहार में बदलाव का एक बड़ा कारण हो सकता है."
ग्राम प्रधान कालीचरण का कहना है कि अब तक तो ये कुत्ते मरे हुए मवेशियों, खरगोश, नीलगाय, मोर आदि को शिकार बनाते आए हैं लेकिन किसी इंसान की जान लेने का यह पहला वाकया है.