इंदौर: मशहूर फिल्म अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता शबाना आजमी ने शनिवार को कहा कि सरकार की आलोचना करने वालों को तुरंत राष्ट्रविरोधी का तमगा दे दिया जाता है. उन्होंने कहा कि देश की कमियों को दूर करने के लिये समस्याओं पर बोलना जरूरी है. इसी के साथ शबाना आजमी ने कहा कि इस समय देश का माहौल ऐसा बनाया जा रहा है कि सरकार की बुराई करने वालों को तत्काल ‘‘राष्ट्रविरोधी’’ कह दिया जाता है.


शबाना आजमी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, "हमारे मुल्क की अच्छाई के लिए जरूरी है कि हम इसकी बुराइयां भी बतायें. अगर हम बुराइयां नहीं बतायेंगे, तो हालात में सुधार कैसे लायेंगे? लेकिन वातावरण इस तरह का बन रहा है कि अगर आपने सरकार की बुराई की, तो आपको फौरन राष्ट्रविरोधी कह दिया जाता है. हमें इससे डरना नहीं चाहिये और इनके सर्टिफिकेट की किसी को जरूरत भी नहीं है."


शबाना आजमी ने कहा, "हम गंगा-जमुनी तहजीब में पले-बढ़े हैं. हमें मौजूदा हालात के आगे घुटने नहीं टेकने चाहिये." आजमी ने साम्प्रदायिकता का विरोध करते हुए कहा, "हिंदुस्तान एक खूबसूरत मुल्क है. लोगों को बांटने की कोशिश इस मुल्क के लिये सही नहीं हो सकती." उन्होंने यह भी कहा कि सांप्रदायिक दंगों से सबसे ज्यादा तकलीफ महिलाओं को होती है.


शबाना आजमी ने कहा, "दंगों से एक महिला का घर बर्बाद होता है, उसके बच्चे बेघर होते हैं और वे स्कूल नहीं जा पाते. साम्प्रदायिकता की सबसे बड़ी शिकार महिला ही बनती है." आधी आबादी के हित में उल्लेखनीय योगदान के लिये आजमी को शहर के आनंदमोहन माथुर चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से 'कुंती माथुर सम्मान' से नवाजा गया. कार्यक्रम में सम्मान पाने के बाद वह सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रही थीं.


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