शाहजहांपुर: यूपी की कानून व्यवस्था लगातार सवालों के घेरे में है. एक साध्वी को दिन दहाड़े जिंदा जला दिया गया. वो कई दिन मौत से जंग करती रही लेकिन आखिरकार हार गई. जमीन विवाद में हुई इस घटना में पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं.


23 नवंबर को साध्वी कोयल गिरि उर्फ सीमा वर्मा को जिंदा जला दिया गया. जूना अखाड़े की साधू कोयल गिरि की मंगलवार को मौत हो गई. उन्होंने मौत से पहले एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने जलाने वालों के नाम बताए थे.


2012 में पीस पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुकीं कोयल की इलाके में खासी पहचान थी. उन्हें एक जमीन दान में मिली थी जिसको कुछ लोग अपना बताते थे. आरोप है कि 23 नवंबर को जब कोयल लखनऊ से लौट रही थीं तो आरोपियों ने उन्हें घेर लिया था.


अस्पताल में भर्ती कोयल ने बताया था कि उनको मिट्टी का तेल या पेट्रोल डाल कर आग के हवाले कर दिया गया था. उनके परिवार ने जो एफआईआर लिखाई है उसमें बताया गया है कि आग से जली कोयल घर में आकर गिर गई थीं.