चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता को SIT ने हिरासत में लिया, रंगदारी मांगने का है आरोप
ब्लैकमेलिंग मामले में हाईकोर्ट से कोई फौरी राहत नहीं मिलने की वजह से पीड़ित छात्रा आज जमानत याचिका दाखिल करने जा रही थी. वहां जाने के दौरान ही एसआईटी ने उसे हिरासत में ले लिया.
शाहजहांपुर: पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने और ब्लैकमेल करने के मामले में आज पीड़ित छात्रा को एसआईटी ने हिरासत में ले लिया. पीड़िता को जमानत याचिका दाखिल करने के लिए जाते वक्त शाहजहांपुर के खिरनी बाग चौराहे से एसआईटी टीम ने हिरासत में लिया. पीड़िता को जिला सत्र न्यायाधीश के यहां अब पेश किया जाएगा. पीड़िता के वकील ने कहा कि पीड़िता की ज़मानत अर्जी पर सुनवाई होनी है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वामी चिन्मयानंद को ब्लैकमेल करने के आरोप में पीड़ित छात्रा को फौरी तौर पर कोई राहत देने से इंकार कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित हाईकोर्ट की स्पेशल बेंच से अरेस्ट स्टे नहीं मिलने के बाद आरोपी छात्रा पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी थी. कल हुई सुनवाई के दौरान अदालत ने पीड़ित छात्रा को कहा था कि गिरफ्तारी पर रोक के लिए वह नये सिरे से रेग्युलर बेंच के सामने याचिका दाखिल कर सकती है.
चिन्मयानंद केस की सुनवाई सोमवार को हाईकोर्ट की कोर्ट नंबर बयालीस में जस्टिस मनोज मिश्र और जस्टिस मंजू रानी चौहान की डिवीजन बेंच में हुई. करीब डेढ़ घंटे चली सुनवाई में सबसे पहले एसआईटी ने अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश की. एसआईटी के मुखिया और यूपी पुलिस के आईजी नवीन अरोरा ने तीन सीलबंद लिफाफों में प्रोग्रेस रिपोर्ट, केस से जुड़े वीडियो की पेन ड्राइव -सीडी दूसरे अहम दस्तावेज और केस डायरी कोर्ट में पेश की गई. अदालत एसआईटी की अब तक की जांच से संतुष्ट नजर आई. यूपी सरकार की तरफ से इस मामले की सुनवाई बंद कमरे में किये जाने का अनुरोध किया गया, जिसे अदालत ने ठुकरा दिया.
अदालत इस मामले में अब बाइस अक्टूबर को फिर से सुनवाई करेगी. उसी दिन एसआईटी को अगली प्रोग्रेस रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल करनी होगी.
बता दें कि चिन्मयानंद की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें सोमवार को इलाज के लिए यहां एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया है. वह अभी चार-पांच दिन पीजीआई के एमआईसीयू(मेडिकल इंसेटिव केयर यूनिट) में भर्ती रहेंगे. डाक्टरों की एक टीम उनके स्वास्थ्य की लगातार निगरानी करेगी. उनकी हालत फिलहाल स्थिर है.
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