आठवीं पास डॉक्टर चला रहा था 'मौत का अस्पताल', वायरल हुआ वीडियो तो लगा ताला
शामली के एक अस्पताल को सील कर दिया गया है. इस अस्पताल का एक स्टिंग सोशल मीडिया में वायरल हो रहा था.
शामली: एक अस्पताल को सील कर दिया गया है. इस अस्पताल का एक स्टिंग सोशल मीडिया में वायरल हो रहा था. इस स्टिंग में दिख रहा था कि एक महिला कंपाउंडर मरीजों को एनेसथीसिया दे रही है और डॉक्टर ऑपरेशन कर रहा है. दरअसल डॉक्टर आठवीं पास है और एनेसथीसिया देने वाली महिला के पास भी इस काम के लिए डिग्री नहीं है.
ये अस्पताल पहले भी तीन बार सील किया जा चुका है लेकिन अस्पताल मालिक अपनी पहुंच के चलते इसे बार-बार शुरू कर देता है.
शामली के बस स्टैंड के पास बने आर्यन अस्पताल को नरदेव सिंह नाम का शख्स संचालित करता है. नरदेव आठवीं तक पढ़ा है और इस अस्पताल में डॉक्टर भी है. बिना एमबीबीएस किए, बिना एमएस किए. इसके पास कोई भी मेडिकल डिग्री नहीं है लेकिन फिर भी यह शख्स लोगों का इलाज करता है, यहां तक सर्जरी करता है.
ऐसा नहीं है कि पहले इसकी शिकायत नहीं की गई. लेकिन हर बार नरदेव अपनी ऊंची पहुंच के चलते इस अस्पताल को खोल लेता है. अस्पताल के पास ना कोई रजिस्ट्रेशन है और ना ही किसी तरह की कोई मान्यता.
इस अस्पताल में बच्चे की डिलीवरी से लेकर खून चढ़ाने तक के काम होते हैं. हर तरह के ऑपरेशन होते हैं लेकिन हैरानी इस बात की है यहां कोई सर्जन नहीं है. अब सवाल ये है कि अगर सर्जन नहीं है तो ऑपरेशन करता कौन है?
जवाब है नरदेव सिंह खुद को डॉक्टर बताता है और ऑपरेशन करता है. आस पास के गांवों की भोली भाली जनता को लूटा जाता है. ये काम नरदेव सालों से करता आ रहा है. अप्रैल 2018 में भी अस्पताल पर ताला लगा था और 2017 में भी इसे सील किया गया था.
हाल ही में इस अस्पताल का वीडियो किसी ने बनाया और उसे वायरल कर दिया. साथ ही बिना नाम की चिट्ठी जिले के सीएमओ को भी भेजी गई जिसमें सीडी भी थी. इस सीडी को देखने के बाद जांच शुरू की गई और अस्पताल को सील कर दिया गया.
अस्पताल में कई मरीजों की भी मौत हो चुकी है और कई बार यहां बड़ा हंगामा भी हो चुका है. प्रशासन को इस अस्पताल के बारे में पहले से पता था लेकिन फिर भी बार बार इस अस्पताल को चलने दिया गया. स्वास्थ्य विभाग आखिर इस ओर से आखें मूंदे क्यों बैठा रहा?
जांच इस बात भी होनी चाहिए कि आखिर वो कौन लोग हैं जिनके आशीर्वाद के कारण ये अस्पताल बार बार खुल जाता है और इसके संचालन में कौन लोग शामिल हैं.