शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रियंका गांधी की तुलना इंदिरा गांधी से की, कहा- उन्हें दी जाए कांग्रेस की कमान
शत्रुघ्न सिन्हा ने सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने के लिए प्रियंका गांधी की सक्रियता की तुलना इंदिरा गांधी से की. उन्होंने कहा कि बेलची मामले को लेकर इंदिरा गांधी हाथी से वहां गई थीं. प्रियंका गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान सौंपने की वकालत करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि इसके लिए वो उपयुक्त होंगी.
नई दिल्ली: कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा इसको लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार है. बीते दिनों में पार्टी के कई सीनियर नेताओं ने ये मांग की कि प्रियंका गांधी को कांग्रेस की कमान सौंप देनी चाहिए. अब शत्रुघ्न सिन्हा ने भी अपील की है कि प्रियंका गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनना चाहिए, इस पद के लिए वो उपयुक्त हैं. शत्रुघ्न सिन्हा ने सोनभद्र मामले पर प्रियंका गांधी की सक्रियता की जमकर तारीफ की और उनकी तुलना इंदिरा गांधी से की. उन्होंने प्रियंका को ओजस्वी नेता बताते हुए कहा कि अगर पार्टी की कमान उनके हाथ में जाती है तो ये कांग्रेस के लिए बूस्टर की तरह होगा.
गौरतलब है कि सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने के लिए सोनभद्र जा रही प्रियंका गांधी को रास्ते में रोक दिया गया. बाद में धरने पर बैठ गईं और पीड़ितों से मिलने के बाद ही अपना धरना खत्म किया. शत्रुघ्न सिन्हा ने इसका जिक्र करते हुए ट्वीट किया, ''सोनभद्रहत्याकांड की घटना पर कांग्रेस की सबसे लोकप्रिय, मुखर और ओजस्वी नेता प्रियंका गांधी की सक्रियता ने मैडम गांधी की याद ताजा कर दी. बेलची वाली घटना पर वो हाथी से वहां गई थीं. प्रियंका ने दृढ़संकल्प और प्रतिबद्धता के साथ सबकुछ का सामना किया और मुस्कुराते हुए गिरफ्तारी दी.’’
determination, commitment & courted arrest with a smile. Her being in custody was uncalled for. She displayed tremendous composure in those circumstances. It's my humble appeal that she would be apt as the party President to lead ahead. It will be a shot in the arm
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) July 22, 2019
शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे कहा कि प्रियंका गांधी ने उन परिस्थियों में शानदार मानसिक संतुलन दिखाया. ये मेरा नम्र निवेदन है कि वे पार्टी अध्यक्ष पद के लिए उपयुक्त होंगी. ये कांग्रेस पार्टी के लिए बूस्टर की तरह होगा. वह एक समर्पित नेता हैं. दूसरे राजनीति दलों को भी उनसे सीखाना चाहिए.