नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी का साथ छोड़ते हुए कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. शत्रुघ्न सिन्हा का कहना है कि उन्होंने यह फैसला रातों-रात नहीं लिया है. इसके साथ ही सिन्हा ने कांग्रेस पार्टी के साथ लंबे समय तक चलने वाले संबंध बने रहने की उम्मीद जताई है.


शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि वह एक ऐसे वफादार हैं जो जोश में नहीं, बल्कि होश में काम करते हैं. सिन्हा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के लंबे समय से कटु आलोचक रहे हैं.


उन्होंने कहा, "मैं देख रहा हूं कि बीजेपी की लोकतांत्रिक व्यवस्था तानाशाही में तब्दील हो गई है. वे दिन गए, जब सामूहिक फैसले लिये जाते थे.'' उन्होंने गांधी-नेहरू परिवार के बारे में कहा, ''मैं उन्हें राष्ट्र निर्माता के रूप में देखता हूं. इस परिवार ने देश के प्रति काफी योगदान दिया है.''


फिल्म अभिनेता रह चुके सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सराहना करते हुए कहा, ''वह करिश्माई, परखे हुए और सफल नेता हैं और भारत के भविष्य हैं. उनकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है.'' सिन्हा ने नोटबंदी एवं जीएसटी जैसे फैसलों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की और उनसे राफेल लड़ाकू विमान के मुद्दे पर पाक-साफ होने को कहा.


उन्होंने कहा, ''आप (मोदी) क्यों नहीं सामने आते और (राफेल पर) स्पष्टीकरण देते हैं. यदि आप आगे आएं और राफेल पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हैं तो क्या आपका 56 इंच का सीना छह इंच का हो जाएगा.''


पटना साहिब सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार बनाए जाने पर सिन्हा ने कहा कि उन्हें उन लोगों का आशीर्वाद प्राप्त है जो उन्हें प्यार से बिहारी बाबू कहते हैं. सिन्हा ने कहा कि अपनी पुस्तक 'एनीथिंग बट खामोश' में उन्होंने कहा है कि उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से हमेशा ही स्नेह मिला था.