पटना: बीजेपी की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज के निधन पर देश में शोक की लहर है. हर कोई उन्हें याद कर रहा है. सुषमा स्वराज के सहयोगी रहे शत्रुघ्न सिन्हा ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया है. भरे हुए मन से शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि अब वे हमारे बीच नहीं रहीं. अपने पीछे वह एक गहरी छाप छोड़ गई हैं. शत्रुघ्न सिन्हा ने सुषमा स्वराज को याद करते हुए मशहूर गायक मुकेश कुमार के गाने की लाइन को दोराहाया कि ओ जाने वाले हो सके तो लौट के आ जा.


कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि सुषमा स्वराज के बारे में कहा कि लोग उन्हें प्राइम मिनिस्टीरियल मेटेरियल कहते थे. उन्होंने कहा कि बाल ठाकरे कि ख्वाहिश थी कि वह प्रधानमंत्री के रूप में सुषमा स्वराज को देखें. बहुत लोग ऐसा चाहते थे लेकिन सुषमा स्वराज हमेशा कहती थीं कि ऐसी बाते मत करो. 'अबकी बारी बहन हमारी' जैसे नारे लगते हैं. वे इसके काबिल थीं. सिन्हा ने कहा कि उनके बोलने का अंदाज, उनके काम करने का अंदाज, उनके सोचने का तरीका, उनका ओजस्वी वक्ता होना, किसी चीज को ढंग से पेश करना ये सब लोगों को मंत्रमुग्ध कर देता था.


शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि अगर उनकी किसी बात से किसी को चोट पहुंचती थी तो वो जाकर कहती थीं कि इसको अन्यथा मत लें, ये पॉलिटिकल है. अपने अपोजिशन के लीडर को वह भाई कहकर बुलाती थीं. कांग्रेस नेता ने कहा, ''मुझे हमेशा उन्होंने भाई की तरह प्यार, सम्मान और स्नेह दिया.'' उनकी ये सारी खासियत उनके साथ चली गईं लेकिन उनकी यादें रह गई हैं.


कल दिल्ली के एम्स में रात के करीब 11 बजे सुषमा स्वराज ने आखिरी सांस ली. आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी के सीनियर नेता लाल कृष्ण आडवाणी सहित दूसरे दलों के कई नेता मौजूद थे.