सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर शत्रुघ्न सिन्हा बोले- बहुत क्रूर होती है फिल्म इंडस्ट्री, मैंने भी झेली है
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री असफलता को स्वीकार नहीं करती है. उन्होंने कहा कि उनमें और सुशांत सिंह में बहुत समानताएं थीं.
मुंबईः सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी पर बॉलीवुड एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री बड़ी बेरहम होती है. बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर अफसोस जताते हुए कहा कि सुशांत के एक्स फैक्टर ने उसका साथ दिया था और आगे भी एक्स फैक्टर का साथ मिलता.
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, “हमारी और सुशांत के बीच में कई समानताएं थीं पर वह आत्महत्या का शिकार हो गए. मैं भी पटना से, मैं भी सबसे छोटा, मैं भी बिहार से था. बहुत गुणी, म्यूज़िक का शौक, स्वाभिमानी था. मैं जैसे स्ट्रगल करते हुए आया. ठीक उसी तरह वह सीढ़ियां चढ़ता हुआ आया. मेरी उसकी मुलाकात एक बार हुई थी. बहुत संस्कारी था. संजय लीला भंसाली के साथ था मुझसे मिलने आया था.''
स्ट्रगल सबने किया शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, “फ़िल्म इंडस्ट्री में सबने- धर्मेन्द्र, राजेंद्र कुमार ने बहुत स्ट्रगल किया. दुख और तकलीफ सही. अमिताभ बच्चन ने और हमने स्ट्रगल किया. बहुत मुसीबत झेली पर हमें एक मंत्र मिला मुसीबतों को पार करने का माद्दा होना चाहिए और वह सुशांत में भी था. परेशान करने की बात है कि हो सकता है कुछ लोगों ने मिलकर परेशान किया हो.”
‘फ़िल्म इंडस्ट्री बेहद बेरहम है’ शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, “फिल्म इंडस्ट्री सिर्फ सफलता का सम्मान करती है और असफलता को स्वीकार नहीं करती है. फिल्म इंडस्ट्री बेहद बेरहम है."
‘जो पर्दे पर दिखता है वैसा हकीकत में नहीं होता’ बॉलिवुड के दिग्गज अभिनेता ने कहा, “फ़िल्म इंडस्ट्री में जो रील लाइफ में दिखता है वह रीयल लाइफ में नहीं होता है. मैं बहुत सारी बातें सुन रहा हूं वे अफवाह भी हो सकती हैं और सच भी हो सकती हैं. सुशांत की सच्चाई सामने आनी चाहिए. आत्महत्या नहीं करनी चाहिए. जीवन संघर्ष है और उसे जीना चाहिए.’’
‘मैं भी हो चुका हूं फिल्म इंडस्ट्री की क्रूरता का शिकार’ शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, “मैं भी फिल्म इंडस्ट्री का शिकार हुआ हूं. मैंने कई फिल्में साइन कीं जिसे छुड़वा दिया गया. राजेश खन्ना और धर्मेंद्र के साथ भी ऐसा हुआ है. मैं हीरो बनने गया था और मुझे विलेन बनना पड़ा. लेकिन उसमें भी तालियां बजीं."
‘एक वक्त मैं भी बिल्कुल टूट गया था’ इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘’मेरे जीवन में भी ऐसा वक्त आया जब मुझे काम नहीं मिल रहा था. काम मिल गया था पर हाथ से निकल गया मैं बिल्कुल टूट गया था.”
‘प्लान बी हमेशा तैयार रखना चाहिए’ बिहारी बाबू ने कहा, “उस वक्त मैने ‘प्लान बी’ बनाया था.कोरोना काल की मुश्किलों को देखते हुए भी कहता हूं कि लोगों को ‘प्लान बी’ तैयार रखना चाहिए.’’