2019 में मुश्किल होगी मोदी की डगर, इंदिरा हार सकती हैं तो मोदी क्यों नहीं: शत्रुघ्न सिन्हा
प्रयागराज में प्रेस कांफ्रेंस कर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मौजूदा सरकार के लिए 2019 की डगर काफी मुश्किल भरी साबित होगी. उन्होंंने अपनी ही सरकार पर जमकर निशाने साधे.
प्रयागराज: जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग किए जाने पर पहले ही विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आई मोदी सरकार के खिलाफ अब बीजेपी में भी आवाज़ उठनी शुरू हो गई है. सरकार से नाराज़ चल रहे बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने जम्मू कश्मीर विधानसभा भंग किये जाने को लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ बताया है और कहा है कि वहां जो कुछ भी हुआ वह पूरी तरह से ग़लत है. उनके मुताबिक़ लोग जानना चाहते हैं कि छुट्टी के दिन जब फैक्स तक रिसीव नहीं हो सका, उस दिन विधानसभा भंग करने का आदेश कैसे दे दिया गया.
शत्रुघ्न सिन्हा का कहना है कि कश्मीर में जिस तरह लोकतंत्र से खिलवाड़ हुआ है, उसका असर काफी दूर तक देखने को मिलेगा. उन्होंने कहा है कि अगर कई पार्टियों के लोग साथ मिलकर जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए सरकार बनाना चाहते थे तो उन्हें मौका मिलना चाहिए था. कश्मीर के फैसले को वह लोकतंत्र की हत्या तो नहीं मानते हैं, लेकिन वहां जो कुछ भी हुआ, वह लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ है और ऐसा नहीं होना चाहिए था.
प्रयागराज में प्रेस कांफ्रेंस कर शत्रुघ्न सिन्हा ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ तमाम दूसरे मुद्दों पर भी कहा कि मौजूदा सरकार के लिए 2019 की डगर काफी मुश्किल भरी साबित होगी. उन्होंने कहा कि वह ज्योतिषी तो नहीं है, लेकिन अपने अनुभव के आधार पर कह सकते हैं कि सरकार की लोकप्रियता अब पहले जैसी नहीं रही लोकसभा का चुनाव बीजेपी के लिए कतई आसान नहीं होगा. उनके मुताबिक़ जो लोग विकल्प न होने की बहानेबाजी करते हैं, उन्हें समझ लेना चाहिए कि जनता जब किसी से नाराज़ होती है तो सबसे पहले उसे बदलने का काम करती है, उसके बाद विकल्प की तलाश करती है.
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि विकल्प तो खुद ब खुद तैयार हो जाता है. इंदिरा गांधी जैसी नेता जिसे दुनिया की सबसे ताकतवर लेडी कहा जाता था और कोई भी उनकी हार के बारे में सोच नहीं सकता था, वह भी चुनाव हार गई थीं. यह पंडित नेहरू से लेकर अटल बिहारी वाजपेई तक के समय में हुआ है, जब लोग सवाल उठाते रहे हैं कि इनके बाद कौन होगा, लेकिन हर बाद और मजबूत विकल्प व नेता सामने आ जाते हैं.