ShikharSammelan2019: मेरा टिकट काटने से पहले पूछा तक नहीं गया, पटना साहिब में जीत का नया रिकॉर्ड बनेगा- शत्रुघ्न सिन्हा
एबीपी न्यूज़ के शिखर सम्मेलन में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि उन्हें देशभऱ की कई पार्टियों से ऑफऱ मिले. लेकिन आखिरकार उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि लालू यादव ने सुझाव दिया कि कांग्रेस में जाकर उसे मजबूत बनाएं.
ShikharSammelan2019: एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम शिखर सम्मेलन में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए दिग्ग्ज नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कई मुद्दों पर खुलकर बातचीत की. कांग्रेस में शामिल होने को लेकर उन्होंने कहा कि राजनीति समझौते का दूसरा नाम है. जो कल था वो आज नहीं है, जो आज है वो कल नहीं रहेगा. मैं कांग्रेस में इसलिए आया हूं क्योंकि किसी को भी ये भूलना नहीं चाहिए कि कांग्रेस देश की सबसे बड़ी पार्ट और सबसे पुरानी पार्टी रही है. कांग्रेस ने देश के विकास के लिए भरपूर काम किया है और इसके साथ जुड़कर मैं भी देश के लिए कुछ कर पाऊंगा. मेरा टिकट काटने से पहले मुझसे पूछा तक नहीं गया.
प्रियंका गांधी के राजनीति में आते ही खलबली मच गई
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि प्रियंका गांधी के राजनीति में आते ही खलबली मच गई. वे अपनी रैलियों से मंत्रमुग्ध कर देती हैं. प्रियंका गांधी से मेरी औपचारिक मुलाकात बीजेपी छोड़ने के बाद हुई. वहीं राहुल गांधी के बारे में उन्होंने कहा कि तीन राज्यों में उनके नेतृत्व में कांग्रेस में चुनाव जीता. राहुल गांधी में बहुत ऊर्जा है. उन्होंने खुद को साबित किया है.
मायावती की पार्टी से भी मुझे ऑफर मिला- शत्रुघ्न सिन्हा
'बिहारी बाबू' के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि देशभर की कई पार्टियों से उन्हें ऑफर मिला. उन्होंने दावा किया कि मायावती की पार्टी से भी उन्हें ऑफर मिला. इसके अलावा अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत की पार्टियों की तरफ से भी ऑफऱ मिला. लेकिन आखिरकार उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस में शामिल होने का सुझाव लालू यादव ने दिया. लालू यादव ने कहा कि पटना सीट कांग्रेस के खाते में है, इसलिए वहां जाकर उन्हें मजबूत करो. कांग्रेस में घुलने मिलने थोड़ा वक्त लगेगा.
मेरे ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप आज तक नहीं लगा
एबीपी न्यूज़ के शिखर सम्मेलन में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ''मेरे ऊपर किसी तरह का कोई आरोप नहीं लगा, खासकर भ्रष्टाचार का तो कोई आरोप नहीं लगा. पटना सीट कांग्रेस के खाते में आती थी, मैंने पहले ही कह दिया था कि सिचुएशन कोई भी हो लोकेशन वही होगी. कई बार धमकियां मिलीं कि पार्टी से निकाल दिया जाएगा, शायद मेरे सिद्धातों और लोकप्रियता की वजह से निकाल नहीं पाए. लालकृष्ण आडवाणी के साथ उन्होंने क्या क्या नहीं किया, आखिर उन्होंने ऐसा दर्द भरा ब्लॉग लिखा.''
पटना साहिब में जीत का रिकॉर्ड बनेगा- शत्रुघ्न सिन्हा
शत्रुघ्न सिन्हा ने दावा किया कि इस बार पटना साहिब में जीत का नया रिकॉर्ड बनेगा. वहीं रविशंकर प्रसाद के बारे में उन्होंने कहा कि वे मेरे पारिवारिक मित्र हैं. हमारे बीच विचारधारा की लड़ाई होगी. उन्होंने कहा कि पटना साहिब के लोग साथ हैं. मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं लेकिन देश में सिर्फ एक ही बिहारी बाबू है जिसे सब जानते हैं.
'नरेंद्र मोदी ने आज तक एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की'
नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में उन्होंने कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की. 'मोदी-मोदी' का सिर्फ माहौल बनाया जा रहा है. बीजेपी के घोषणापत्र पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें प्रधानमंत्री मोदी का नया जैकेट देखने को मिला.पूरे देश में शायद उनके पास ही सबसे ज्यादा जैकेट हैं. प्रधानमंत्री का एनर्जी लेवल बहुत अच्छा है, घोषणापत्र में जैकेट नया है और वजन कुछ कम है.
शत्रुघ्न सिन्हा को जानिए?
शत्रुघ्न सिन्हा अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर हैं, सिन्हा लंबे समय तक बीजेपी के स्टार प्रचारक रहे. 6 अप्रैल 2019 को कांग्रेस में शामिल हुए, अटल सरकार में मंत्री रहे, 2-2 बार लोकसभा और राज्यसभा के सांसद रहें. बीजेपी में शत्रुघ्न सिन्हा लालकृष्ण आडवाणी के करीबी माने जाते रहे.शत्रुघ्न सिन्हा का चुनावी सफर 1992 में शुरू हुआ था, 1992 में नई दिल्ली सीट पर उपचुनाव में कांग्रेस के राजेश खन्ना से चुनाव हारे. शत्रुघ्न सिन्हा 1996 से 2008 के बीच दो बार राज्यसभा सांसद रहे. अटल सरकार ने 2003 में जब मंत्रिमंडल विस्तार किया तो शत्रुघ्न सिन्हा को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और जहाजरानी मंत्री बनाया. 2009 में पटना साहिब से शत्रुघ्न सिन्हा ने पहली बार लोकसभा का चुनाव जीता, 2014 में भी शत्रुघ्न सिन्हा ने 55 फीसद वोट पाकर जीत दर्ज की. 2009 और 2014 में सांसद बनने के बाद 2014 में मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से नाराजगी जाहिर की. 2014 से लगातार शत्रुघ्न बीजेपी के खिलाफ लगातार बयानबाजी करते रहे. 19 जनवरी को कोलकाता में केंद्र सरकार के विरोध में ममता बनर्जी की रैली में शामिल हुए थे, कई बार सार्वजनिक मंचों से केजरीवाल और लालू की तारीफ की.