बाराबंकी: 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के पहले राम मंदिर निर्माण को लेकर सियासत एक बार फिर तेज हो गई है. राम मंदिर पर एक तरफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानने की बात कही जा रही है. वहीं दूसरी तरफ मोदी सरकार में वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने ये बयान देकर सरकार की मंशा जाहिर कर दी है. उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश का विषय यहां का नहीं है. इस पर जिसे विचार करना होगा, करेगा. अभी फिलहाल ये मामला कोर्ट में है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर कभी हमारा चुनावी मुद्दा नहीं रहा है. ये हमारी आस्था का विषय है. प्राइवेट मेंबर बिल कहां तक बढ़ा है इस पर मंत्री ने किनारा करते हुए कहा कि प्राइवेट बिल कोई प्राइवेट मेंबर लाता है. केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने ये बयान बाराबंकी में आयोजित कमल संदेश यात्रा को हरी झंडी दिखाने से पहले दिया.
बता दें कि आरएसएस के साथ साधु-संतों ने भी जल्द राम मंदिर निर्माण का आह्वान किया है. तो वहीं विहिप ने भी 25 नवंबर को अयोध्या में धर्मसभा का आयोजन किया है. उत्तर प्रदेश समेत समूचे देश में विश्व हिन्दू परिषद की तरफ से आगामी 25 नवंबर को अयोध्या में आयोजित हो रही धर्म सभा में ज्यादा से ज्यादा लोगों से पहुंचने की अपील की जा रही. वहीं मंदिर निर्माण को लेकर आरएसएस और शिवसेना सरकार से सवाल-जवाब कर रही है.
चुनावों पर मोदी के मंत्री ने कहा कि राजस्थान हो या मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ हो या फिर मिजोरम, हर जगह बीजेपी की ही सरकार बनेगी. राजस्थान में भैरो सिंह शेखावत के बाद बीजेपी एक बार फिर इस मिथक को तोड़ते हुए सत्ता में रहते हुए वापसी करेगी. मिजोरम में भी हम सरकार बना रहे हैं. छत्तीसगढ़ में बीजेपी दो तिहाई से भी ज्यादा बहुमत हासिल कर सरकार बनाएगी. मध्य प्रदेश में बीजेपी जरूर जीतेगी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी की जीत होगी. नरेंद्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. जनता को भी मालूम है कि नरेंद्र मोदी के अलावा देश का कोई विकास कर ही नहीं सकता है. 2019 में फिर से मोदी वेब चलेगी.
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर कई और बयान सामने आए हैं. बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि हिंदू एक हो जाएं तो मंदिर का निर्माण कोई नहीं रोक सकता. वहीं उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा है कि जब तक मंदिर नहीं बनता तब तक चैन से नहीं बैठेंगे. मौर्य ने पहले कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए.
वीएचपी के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंहल की बरसी पर हुए कार्यक्रम में केशव मौर्य ने मंदिर निर्माण की उनकी इच्छा को हर हाल में पूरा करने का एलान किया. उन्होंने अशोक सिंहल को हिंदुत्व का सबसे बड़ा चेहरा करार दिया और कहा कि हिंदुत्व को उनके जैसा नेतृत्व कभी नहीं मिल सकता.