लखनऊ: जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं अयोध्या में राम मंदिर को लेकर सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. इस कड़ी में शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने अयोध्या में आज लक्ष्मण क़िला मैदान पर भूमि पूजन किया. कार्यक्रम में शिवसेना के तमाम नेता मौजूद रहे. इसी जगह पर उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े अयोध्या के साधू संतो का सम्मान किया जाएगा. राम मंदिर निर्माण की सियासी चर्चाओं के बीच शिवसेना इस मुद्दे पर पकड़ बनाए रखना चाहती है.


शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे भी 24 नवंबर को अयोध्या पहुंच रहे हैं. अयोध्या में शिवसेना ने बड़ी रैली कराने की घोषणा की है. ठाकरे एक दिन पहले यहां पहुंचेंगे और करीब 100 हिंदू धर्माचार्यों को सम्मानित करेंगे. संजय राउत जिस जमीन का पूजन किया है वहां उद्धव ठाकरे का प्रोग्राम होने वाला है.


शिवसेना अध्यक्ष ने मुंबई में पत्रकारों के एक समारोह में राम मंदिर को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. उद्धव ने पूछा कि 15 लाख रुपए के वादे की तरह राम मंदिर भी जुमला है क्या ?


बीती रात मुम्बई के कुर्ला लोकमान्य तिलक टर्मिनस से महाराष्ट्र के वारकारी समुदाए के साधु संत अयोध्या के लोए रवाना हुए. अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर इस समुदाय ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर विश्वास जताते हुए उनका समर्थन किया है. अयोध्या में राम मंदिर बनाने का सपना उद्धव ठाकरे पूरा करेंगे ऐसा इनका कहना है. लगभग 20-25 की संख्या मे पेहला गुट अयोध्या के लिए निकला है.


करताल-मृदंग की गूंज के साथ राम नाम का जाप करते हुए भारी संख्या मे ये लोग अयोध्या में यात्रा करेंगे. साथ ही हर उस पवित्र स्थान का दर्शन करेंगे जो इनकी रैली करते समय पड़ेगा. उद्धव ठाकरे के अयोध्या पहुंचने के बाद ये समुदाय उन्हीं के साथ महाराष्ट्र वापस लौटेगा. राम मंदिर का निर्माण उद्धव ठाकरे के नेतृव में अवश्य होगा ऐसा इस समुदाय के साधु संतों का कहना है.


बता दें कि राम मंदिर पर अभी तक सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानने की बात कहने वाले बीजेपी नेताओं के सुर बदलने लगे हैं. बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि हिंदू एक हो जाएं तो मंदिर का निर्माण कोई नहीं रोक सकता. वहीं उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने अपने बयान से यूटर्न लेते हुए कहा है कि जब तक मंदिर नहीं बनता तब तक चैन से नहीं बैठेंगे. मौर्य ने पहले कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए.


शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने इससे पहले कहा था कि पीएम और सीएम सभी बीजेपी के हैं तो फिर मंदिर निर्माण में देरी क्यों हो रही है. जनता ने राम के नाम पर ही बीजेपी को वोट किया था ये बात भूलनी नहीं चाहिए. साढ़े चार साल निकल चुके हैं और अब अध्यादेश लाने में देरी क्यों हो रही है.


राउत ने आगे कहा था कि प्रभु राम जेल जैसी जगह में बैठे हैं, उन्हें वहां से मुक्त कराना है.अगर हम राम मंदिर नहीं बना सकते तो राम जी हमें माफ नहीं करेंगे. हम चाहते हैं कि 2019 से पहले ही राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू हो जाए. उन्होंने कहा था कि मंदिर निर्माण कोई धार्मिक नहीं बल्कि राष्ट्रीय कार्य है और जल्द से जल्द इसे पूरा होना चाहिए.