लखनऊ: शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव को अपनी पार्टी से चुनाव लड़ने का ऑफ़र दिया है. वे चाहते हैं कि समाजवादी सेक्युलर मोर्चा की टिकट पर मुलायम अब मैनपुरी से चुनाव लड़ें. शिवपाल ने एलान किया कि अगर मुलायम तैयार हों तो उन्हें वे अपनी नई पार्टी का अध्यक्ष भी बना देंगे. अखिलेश यादव से नाराज चल रहे शिवपाल ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बना लिया है. समाजवादी पार्टी में उपेक्षित नेता लगातार इस मोर्चे से जुड़ते जा रहे हैं. लखनऊ में अपने घर पर पत्रकारों से बातचीत में शिवपाल ने कहा कि यूपी में बन रहे गठबंधन में उनके मोर्चे को भी शामिल किया जाए. अगर ऐसा नहीं हुआ तो फिर उनकी पार्टी लोकसभा की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. शिवपाल ने कहा कि वे भी ख़ुद एक से अधिक जगहों से चुनाव लड़ेंगे.


मुलायम सिंह यादव का साथ किसको मिलेगा? बेटा अखिलेश यादव को या फिर भाई शिवपाल यादव को? इस सवाल का जवाब सिर्फ़ मुलायम सिंह के पास है. वो दोनों के कार्यक्रमों में होर्डिंग और बैनर पर नज़र आते हैं. अखिलेश ने भी उन्हें मैनपुरी से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार बनाया है और अब शिवपाल ने भी मुलायम को चुनाव लड़ने का न्योता दिया है. शिवपाल यादव का दावा है कि वे जो भी करते हैं, बड़े भाई मुलायम के कहने पर ही करते हैं. पिछले हफ़्ते मुलायम अचानक समाजवादी पार्टी के दफ़्तर पहुंच गए थे.


चाचा शिवपाल यादव और भतीजा अखिलेश यादव के बीच अब मामला आर पार की लड़ाई का है. समाजवादी पार्टी में हाशिए पर गए लोगों को अब एक नया सहारा मिल गया है. शिवपाल यादव कुछ छोटी पार्टियों को भी जोड़ने की जुगत में लगे हैं. बीजेपी से नज़दीकी के आरोपों को भी वे विरोधियों की साज़िश बताते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी से उनका दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है.


यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से बार बार मुलाक़ात पर शिवपाल बोले मैं जनप्रतिनिधि हूं, इस नाते योगी से मुलाक़ात होती रहती है. शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव से सुलह की संभावनाओं को भी ख़ारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि अब तो हम बहुत आगे निकल चुके हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही उनकी नई पार्टी का चुनाव आयोग में रजिस्ट्रेशन हो जायेगा और नया चुनाव चिन्ह मिल जायेगा. समाजवादी पार्टी के कुछ पूर्व सांसद और विधायक अखिलेश का साथ छोड़ कर शिवपाल के साथ आ चुके हैं.