चाचा शिवपाल यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि मैने अखिलेश के लिए पढ़ाई से लेकर क्या-क्या नहीं किया लेकिन ऐसे लोगों पर कैसे भरोसा किया जाये जिसने पिता को पिता और मुझे चाचा नहीं समझा. इसलिए मैंने नई पार्टी बनाई. हमारा यह सफर मुश्किलों भरा है लेकिन मुझे इस आग के दरिया में जाना है और तप कर निकलना है.
बता दें कि शिवपाल सिंह यादव ने फिरोजाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने दावा किया कि चुनाव के बाद केंद्र में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बिना कोई दल सरकार नहीं बना सकेगा.
शिवपाल ने स्थानीय धनुआंखेड़ा इंटर कालेज में गणतंत्र दिवस पर एक समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि लखनऊ में लाखों लोगों के बीच हमने कहा था कि उन्हें कुछ नहीं चाहिए, न पद, न मंत्री, केवल सम्मान चाहिए. लेकिन षड्यंत्र कर उन्हें अलग किया गया.
अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें धोखा दिया गया और मजबूरी में उन्हें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाना पड़ी.
शिवपाल ने सपा-बसपा गठबंधन पर कहा कि बसपा ने सपा को झटका देकर तीन बार भाजपा के सहयोग से सरकार बनाई. उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह को ‘‘गुण्डा’’, सपा को गुण्डों की पार्टीं और उन्हें दुराचारी बताने वाले दल के साथ गठबंधन पिता और चाचा का साफ अपमान है.