श्रावस्ती: उत्तर प्रदेश में अनामिका शुक्ला के नाम पर जिस तरह से फर्जी टीचरों को लेकर जो खुलासे हो रहे हैं उससे प्रदेश के शिक्षा विभाग की नींव तक हिल गई है. फर्जी टीचरों के मामले सामने आने के बाद प्रदेश के सभी जिलो के शिक्षा विभाग के अधिकारी अपने-अपने जिलों में फर्जी अध्यापकों की तलाश में जुट गए हैं. इसी कड़ी में श्रावस्ती जिलें में बुधवार को 6 फर्जी अध्यापकों को पकड़ा गया है. ये अध्यापक फर्जी डिग्री लगाकर सालों से नौकरी कर रहे थे.


दरअसल, श्रावस्ती जिले में बुधवार को 6 फर्जी अध्यापको को पकड़ा गया है जो पिछले कई साल से फर्जी दस्तावेज पर नौकरी कर रहे थे. ये मामले उस वक्त सामने आए हैं जब अनामिका शुक्ला नाम की फर्जी टीचर का मामला सुर्खियों में आया है. अनामिका प्रकरण सामने आने के बाद श्रावस्ती जिले में शिक्षा अधिकारियों ने नौकरी कर रहे अध्यापकों के कागजात खंगालने शुरू किए, जिसमें 6 अध्यापकों के कागजात फर्जी पाए गए.कागजों की जांच के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ओमकार राणा द्वारा सभी 6 अध्यापकों के बर्खास्त कर उनके खिलाफ अलग-अलग थानों में मुकदमा दर्ज कराया गया है. मामले में 2 फर्जी अध्यापकों को जेल भेज दिया गया है.



बेसिक शिक्षा अधिकारी ओमकार राणा ने बताया की अभी और फर्जी अध्यापकों की जांच चल रही है. इतना ही नहीं इन अध्यापकों से 1 करोड़ 37 लाख रुपये की सरकारी रकम की रिकवरी का नोटिस जारी कर दिया गया है. 20 जून तक धन वापसी का समय दिया गया है. समय से धन वापसी न होने पर इनकी सम्पत्ति को नीलाम कर वसूली की जाएगी. इस बड़ी कार्रवाई के बाद से शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा है.



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