करारी हार के डर से बौखलाए हैं बुआ-बबुआ, जनता मजबूर सरकार नहीं चाहती- श्रीकांत शर्मा
योगी सरकार के मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि एसपी और बीएसपी को अपनी हार नजर आने लगी है. जनता मजबूर नहीं बल्कि मजबूत सरकार चाहती है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में होने वाली अपनी करारी हार देख कर एसपी और बीएसपी बौखला गयी हैं. शर्मा ने रविवार रात एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने बीएसपी अध्यक्ष मायावती और उनके गठबंधन साथी एसपी मुखिया अखिलेश यादव के भ्रष्टाचार और कुशासन वाली, भू माफिया, खनन माफिया शराब माफिया अपराधियों को तवज्जो देने वाली सरकार देखी है. उसी जनता ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 'सबका साथ, सबका विकास' के लक्ष्य को लेकर चलने वाली सरकार भी देखी है.
उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में एसपी और बीएसपी को अपनी करार हार अभी से नजर आ रही है, इसीलिये उसके नेता केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार तथा बीजेपी के खिलाफ फिजूल बयानबाजी कर रहे हैं.
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शर्मा ने दावा किया कि साल 2008 में हुए मुम्बई हमलों के बाद सेना चाहती थी कि पाकिस्तान स्थित आतंकी शिविरों को नष्ट किया जाये लेकिन एसपी-बीएसपी के समर्थन से चल रही केंद्र की कांग्रेस सरकार के पास इच्छा शक्ति नहीं थी. बीजेपी ने सेना का मनोबल बढाया तथा उरी और पुलवामा के हमलावरों और उनकी पनाहगाह को नेस्तनाबूत किया.
उन्होंने कहा कि जनता मजबूर नहीं मजबूत सरकार चाहती है, जिससे नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की मजबूत इमारत का लक्ष्य पूरा हो सके. लिहाजा, जनता झूठ-फरेब, भ्रष्टचार, जातिवाद और तुष्टिकरण को बढावा देने वाले गठबंधन का सूपड़ा साफ़ करेगी और उसे राहत देने वाली मोदी सरकार को प्रचंड बहुमत दिलाएगी.
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शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वह मेट्रो रेल परियोजना को भी पार्टी की तरह खनन माफिया से जुटाई अपनी खुद की सम्पत्ति समझ रहे हैं. उन्हें यह याद होना चाहिए कि विकास योजनाएं उनकी निजी संपत्ति नहीं हैं. नारियल फोडू एसपी सरकार ने फोटोअप के लिए परियोजनाओं के शिलापट लगाए थे.
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि विकास एवं गरीब विरोधी बीएसपी प्रमुख मायावती बीजेपी पर आरोप लगाने से पहले मूर्ति घोटाले पर सुप्रीम कोर्ट की उस टिप्पणी पर भी गौर कर लें जिसमें अदालत ने जनता की गाढ़ी कमाई से पार्कों में अपनी स्वयं की मूर्ति और चुनाव निशान बनाने में लगी रकम सरकारी खजाने में जमा कराने को कहा है. पहले वह स्मारक घोटाले की रकम सरकार के खजाने में जमा करें यदि वह असमर्थ हैं तो एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनी चुनावी बुआ का सहयोग करें.