उन्होंने कहा कि कुछ मौतें बाढ़ में पैदा हुई बीमारियों की वजह से हुईं हैं, जबकि बाकी मामलों में जांच के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंच सकता है.
सिद्धार्थनाथ का दावा है कि बारिश के सीजन और उसके बाद पैदा होने वाली संक्रामक बीमारियों को लेकर यूपी सरकार ने पहले ही योजना तैयार कर ली थी और स्वास्थ्य विभाग इसी योजना के मुताबिक़ काम भी कर रहा है.
इलाहाबाद में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने दावा किया कि पूरे यूपी में पैरा मेडिकल स्टाफ चौबीसों घंटे अलग अलग शिफ्ट में काम कर रहा है. सभी को दवाएं व ज़रूरी किट मुहैया करा दी गई है.
उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस सीजन में बीमार होने पर झोलाछाप डाक्टर के पास न जाएं और इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में ही जाएं.
कई अस्पतालों में जमीन पर लिटाकर मरीजों का इलाज किये जाने के मामले में मंत्री सिद्धार्थनाथ ने कहा कि सभी अस्पतालों में एक्सट्रा बेड लगाए जाने के आदेश दिए गए हैं और इसके लिए अस्पतालों को अतिरिक्त फंड भी मुहैया करा दिया गया है.