सीतामढ़ी: यूपी के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने माता सीता को कथित तौर पर 'टेस्ट ट्यूब बेबी' बताया था. अब दिनेश शर्मा के खिलाफ बिहार की एक अदालत में शनिवार को परिवाद पत्र (शिकायत) दायर किया गया है. इसमें उनपर धार्मिक उन्माद फैलाने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है. बिहार के सीतामढ़ी व्यवहार न्यायालय में स्थानीय अधिवक्ता चंदन कुमार सिंह की तरफ से दायर परिवाद पत्र में कहा गया है कि दिनेश शर्मा का यह बयान न सिर्फ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है, बल्कि देश में धार्मिक उन्माद फैलाने की साजिश का हिस्सा नजर आता है.
चंदन कुमार सिंह ने कोर्ट से से आग्रह किया कि इस मामले में आरोपी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश देकर कानूनी कार्रवाई की जाए. परिवाद पत्र में कहा गया है कि माता सीता जगत जननी माता हैं. ऐसे में उपमुख्यमंत्री का यह बयान सभी लोगों की माता का अपमान है. सिंह ने बताया, "शनिवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सरोज कुमारी की अदालत में इस मामले पर सुनवाई हुई, जिसके बाद अदालत ने इस परिवाद पत्र को स्वीकार कर लिया है."
सिंह ने कहा कि अब इस मामले में अगली सुनावाई आठ जून को अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में होगी. आरोप है कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में मां सीता को एक घड़े से जन्म लेने की तुलना 'टेस्ट ट्यूब बेबी' से कर दी थी. मान्यता है कि मां सीता का जन्म सीतामढ़ी में ही हुआ था.