लखनऊ: यूपी में सिपाहियों की भर्ती के लिए आज परीक्षा शुरू हुई. दो दिनों की परीक्षा के बाद 41 हज़ार 520 सिपाहियों को नौकरी मिलेगी. इस दौरान गोरखपुर और इलाहाबाद से कई लोग धांधली करने के आरोप में पकड़े गए हैं. एएसटीएफ यानी स्पेशल टास्क फ़ोर्स ने इन्हें गिरफ़्तार किया है. यूपी के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने ख़ुद लखनऊ के कुछ परीक्षा केन्द्रों का दौरा किया. उन्होंने सोशल मीडिया पर परीक्षा के पेपर लीक होने की ख़बर को ग़लत बताया है. उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में जालसाजी के मामले में गोरखपुर और इलाहाबाद से 16 लोगों को गिरफ्तार किया है.


योगी सरकार में पहली बार सिपाहियों की भर्ती हो रही है


योगी सरकार में पहली बार सिपाहियों की भर्ती हो रही है. एसटीएफ़ को पहले से ख़ुफ़िया जानकारी मिल रही थी कि कुछ गैंग गड़बड़ी करने में लगा है. सबसे पहले गोरखपुर में ऐसे 11 लोग पकड़े गए. इनकी तैयारी परीक्षा में सेंध लगाने की थी. एक-एक परीक्षार्थी से 5-5 लाख रुपए लेकर इस गैंग ने सॉल्वर देने का ठेका लिया था. एसटीएफ़ के आईडी अमिताभ यश ने बताया “ पकड़े गए लोग दो तरह से परीक्षा को प्रभावित करने में लगे थे. कुछ सॉल्वर बैठा कर तो कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से”. गोरखपुर से अनिल गिरी, आनंद यादव और अमरनाथ यादव को गिरफ़्तार किया गया है. यूपी के 56 जिलों में परीक्षा चल रही है.


इलाहाबाद में 11 लोग अब तक गिरफ़्तार किए जा चुके हैं


इलाहाबाद में 11 लोग अब तक गिरफ़्तार किए जा चुके हैं.पकड़े गए लोगों में से सत्येन्द्र सिंह तो इलाहाबाद हाई कोर्ट का वक़ील है. इस गैंग ने बिहार से साल्वर बुलाए थे. एसटीएफ़ ने पटना के रहने वाले पवन सिंह को गिरफ़्तार किया है. पकड़े गए इमरान, इरफ़ान और राम कुमार यादव से पूछताछ जारी है. सत्येन्द्र सिंह इस गैंग का सरगना है. एसटीएफ़ और यूपी पुलिस को सभी जगहों पर चौकसी बनाए रखने को कहा गया है