नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को उनके संसदीय क्षेत्र अमेठी में हराने वाली स्मृति ईरानी को महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय और कपड़ा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. 2014 में उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी हालांकि बाद में उन्हें कपड़ा मंत्रालय और सूचना प्रसारण मंत्रालय की कमान भी मिली थी.


आपको बता दें कि अभिनेत्री से नेता बनी स्मृति ईरानी मोदी सरकार के खास चेहरों में से एक रही हैं और उन्हें अक्सर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दृष्टिकोण को साफगोई से रखने के लिए जाना जाता है.


पांच साल पहले अमेठी से चुनाव हारने के बावजूद, उन्होंने वहां के मतदाताओं के साथ संपर्क में रहकर उनका विश्वास जीता. उनकी शैक्षणिक योग्यता को लेकर कांग्रेस ने उन पर हमला किया लेकिन इसका असर उनके चुनावी अभियान पर नहीं पड़ा.


2014 में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शमिल हुई ईरानी को मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई. बाद में वह कपड़ा मंत्रालय चली गईं. बीच में, उन्हें सूचना और प्रसारण मंत्रालय की कमान भी दी गई.


23 मार्च 1976 को जन्मीं ईरानी एक पूर्व मॉडल हैं, जो प्रतिष्ठित टीवी शो 'क्यूंकि सास भी कभी बहू थी' में तुलसी विरानी की भूमिका के बाद से मशहूर हुई थीं. वह 2011 में राज्य सभा के लिए चुनी गई थीं.


व्यक्तिगत जीवन


स्मृति ईरानी दिल्ली में मध्यवर्गीय परिवार में 23 मार्च 1976 को पैदा हुईं. उनके पिता पंजाबी और मां बंगाली हैं. तीन भाई-बहनों में स्मृति सबसे बड़ी हैं. परिवार की आर्थिक सहायता के लिए स्मृति ने दसवीं कक्षा के बाद ही काम करना शुरू कर दिया था.


1998 में स्मृति ने 'मिस इंडिया' प्रतियोगिता में हिस्सा लिया लेकिन वह फाइनल तक नहीं पहुंच पाईं. इसके बाद स्मृति ने मुंबई जाने की ठानी. मुंबई में शुरुआती दिनों में स्मृति ने आजीविका चलाने के लिए मैकडॉन्लड्स में भी काम किया. इसके बाद साल 2001 में उनकी शादी जुबिन ईरानी हुई.


शादी के बाद उन्हें एकता कपूर का सीरियल मिला. यही स्मृति के लिए जिंदगी का ट्रनिंग प्वाइंट रहा. सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू' थी से वह घर-गर में तुलसी नाम के किरदार से प्रचलित हो गईं. यह नाटक काफी प्रसिद्ध हुआ और स्मृति ईरानी को इस सीरियल के लिए कई अवॉर्ड मिले. इसके बाद स्मृति राजनीति में आ गईं.