मेरठ : शोभापुर गांव में दलितों के पलायन के बाद अब धर्मपरिवर्तन की चेतावनी
एक तरफ जहां दलित समाज के कई लोग गांव से पलायन की बात करते हुए अपना धर्म परिवर्तन करने की चेतावनी दे रहे हैं वहीँ प्रशासन किसी भी तरह के पलायन से इंकार कर रहा है.
मेरठ: एससी-एसटी एक्ट में हुए परिवर्तन के विरोध में हुए भारत बंद के दौरान मेरठ में बड़ी हिंसा देखने को मिली थी. इसी बीच अगले दिन तीन अप्रैल को बीएसपी से जुड़े दलित युवक गोपी की हत्या कर दी गयी थी. इस वारदात के आरोप में गुर्जर बिरादरी से जुड़े दो आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है लेकिन इस वारदात के बाद सियासी माहौल गर्मा गया है. एक तरफ जहां दलित समाज के कई लोग गांव से पलायन की बात करते हुए अपना धर्म परिवर्तन करने की चेतावनी दे रहे हैं वहीँ प्रशासन किसी भी तरह के पलायन से इंकार कर रहा है.
दरअसल तीन अप्रैल को मेरठ के शोभापुर गांव में बीएसपी से जुड़े गोपी नामक युवक की गांव के ही गुर्जर बिरादरी से जुड़े लोगो ने गोपी की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों कपिल और मनोज को जेल भी भेज दिया लेकिन गांव के हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं.
गांव में कहीं सन्नाटा पसरा हुआ है तो कहीं मातम. मृतक गोपी के परिजनों का कहना है की उन सबमे दहशत फैली हुई है. ऐसे में उनका कहना है की दहशत में लोग गांव से पलायन कर रहे हैं. साथ ही पुलिस दंगे के आरोप में निर्दोषो को पकड़ रही है. उन्होंने चेतावनी दी की यदि उन्हें इन्साफ नहीं मिला तो वो बकायदा अपना धर्म परिवर्तन कर लेंगे.
वहीँ गांव के कुछ लोग किसी भी तरह के पलायन से इंकार रहे हैं. हालांकि प्रशासन ने एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल क्षेत्र में तैनात कर दिया है. साथ ही प्रशासन किसी भी तरह के पलायन से इंकार कर रहा है. क्षेत्र के भाजपा सांसद का भी कहना है कि मुद्दे का राजनीतिकरण किया जा रहा है वर्ना क्षेत्र में ऐसी कोई बात नही है.