लखनऊ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में तैनात सिग्नल रेजीमेंट के एक जवान को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को संवेदनशील सूचनाएं देने में कथित भूमिका के लिए हिरासत में लिया गया है. रक्षा जनसंपर्क कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि जवान से पूछताछ की जा रही है. सेना के खुफिया अधिकारी प्रकरण की जांच कर रहे हैं.


जवान की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है. वह मेरठ स्थित सेना की सिग्नल रेजीमेंट में दो साल से तैनात है और बताया जाता है कि उसे मेरठ कैण्ट क्षेत्र से हिरासत में लिया गया है. अधिकारी ने बताया कि जवान से इस बाबत पूछताछ की जा रही है कि क्या उसने पश्चिमी कमान से संबंधित गोपनीय और महत्वपूर्ण सूचनाएं सोशल मीडिया के जरिए भेजी हैं.

एक अधिकारी ने कहा कि जवान को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को सैन्य जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के मुताबिक जवान पश्चिमी कमांड से संबंधित गुप्त और महत्वपूर्ण जानकारी भेज रहा था. वह जासूसी के लिए व्हाट्सएप से एन्क्रिप्टेड संदेशों का प्रयोग करता था.

जवान पिछले दो साल से मेरठ में सिग्नल रेजीमेंट में तैनात था. जवान उत्तराखंड का रहने वाला है और वह कथित रूप से पिछले 10 महीनों से पाकिस्तानी अधिकारियों के संपर्क में था. मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं.

अभी कुछ ही दिन पहले ब्रहमोस एयरोस्पेस इंजीनियर निशांत अग्रवाल को नागपुर से जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.