पटना: बिहार में चुनाव करीब हैं ऐसे में नेता धीरे-धीरे मदद के लिए जनता के बीच में जाने लगे हैं. बिहार में बाहर के राज्यों से लगातार प्रवासी श्रमिकों का आना जारी है. इन श्रमिकों के सामने कई समस्याएं हैं. कई दिनों से यह लोग देश के बड़े शहरों से पैदल, साइकिल या फिर दूसरे वाहनों से चलकर अपने गांव की ओर जा रहे हैं. कई लोगों के पांव में छाले पड़ गए हैं, तो कई श्रमिकों की चप्पल घिस गई है.
सासाराम के पुरानी जीटी रोड के पास ऐसे ही मजदूरों का जत्था मिला. जिसे स्वयंसेवी लोगों ने चप्पल पहनाई. बहुत से श्रमिकों के पांव के चप्पल घिस कर टूट गए थे. ऐसे में उन लोगों ने इससे बहुत राहत पाई क्योंकि चप्पल जूते की दुकान भी बंद है. वहीं बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह खुद प्रवासी श्रमिकों को चप्पल पहना रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे श्रमिक जो थके हारे आ रहे हैं हम लोग उनकी सेवा में लगे हैं. दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा भी अब बस में बैठे प्रवासियों के लिए खाने पीने का पैकेट बांट रहे हैं.
वहीं ब्रह्मपुर विधानसभा के सिमरी प्रखंड के एकोना गांव में बने क्वॉरन्टीन सेंटर में करीब 200 प्रवासी मजदूरों की भूख हड़ताल की खबर सुनकर डूमराव विधानसभा से जेडीयू के विधायक ददन पहलवान क्वॉरन्टीन सेंटर पहुंच गए. ददन यादव के पहुंचने के बाद लोगों ने अपनी शिकायत करनी शुरू कर दी. पहलवान ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को जेल से भी बदतर स्थिति में रखा गया है जो सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि तुरंत सुधार नहीं हुआ तो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे.
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