सोनभद्र हत्याकांड: भदोही स्टेशन अधीक्षक कोमल सिंह निलंबित, अब तक 34 लोगों की गिरफ्तारी
सोनभद्र के घोरावल थाना इलाके के उम्भा गांव में 17 जुलाई को जमीन विवाद को लेकर 10 आदिवासियों की मौत हुई थी और 28 लोग घायल हुए थे. सीएम योगी ने मामले की जांच के लिए एक कमिटी बनाई थी जो जल्द अपनी रिपोर्ट सौपेगी.
सोनभद्र: सोनभद्र के उम्भा गांव में 17 जुलाई को जमीन विवाद को लेकर नरसंहार मामले में गिरफ्तार आरोपी भदोही स्टेशन अधीक्षक कोमल सिंह को निलंबित कर दिया है. आरोपी स्टेशन अधीक्षक ग्राम प्रधान का रिश्तेदार है जिसे 18 जुलाई को वाराणसी से गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में अब तक 34 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं सोनभद्र मुख्यमंत्री द्वारा अपर मुख्य सचिव के नेतृत्व में गठित जांच कमेटी उम्भा गांव पहुंच गई है. कमेटी में अपर मुख्य सचिव समेत अन्य अधिकारी भी शामिल हैं.
घटना के बाद से लगातार वहां पार्टी नेताओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में बहुजन समाज पार्टी का डेलीगेट उम्भा गांव का दौरा करके मृतकों के परिवारजनों के साथ उनका दुःख साझा किया.
बसपा सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के निर्देश पर विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा व प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा के नेतृत्व में यहां पहुंचे. पीड़ितों से मिलने के बाद लाल जी वर्मा ने कहा कि मृतक परिवार को 50 लाख रुपये और 10 बीघा जमीन और घायलों को 5 बीघा जमीन की सहायता दी जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने उम्भा गांव में एक इंटर कालेज और एक पुलिस चौकी खोलने की मांग भी की.
समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और कुछ अन्य नेताओं ने मंगलवार को सोनभद्र जिले के उम्भा गांव में गत 17 जुलाई को हुए हत्याकांड के पीड़ितों से मुलाकात की.
उत्तम ने मुलाकात के बाद प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि सपा पूरी तरह से पीड़ितों के साथ है. पार्टी की मांग है कि वारदात में मारे गये लोगों के परिजन को 20-20 लाख रुपए की सहयोग राशि प्रदान की जाए. साथ ही मिर्ज़ापुर और सोनभद्र जिले में सरकारी जमीन पर लम्बे अर्से से काबिज सभी आदिवासियों का उस भूमि पर कब्जा नियमित किया जाए.
उन्होंने आरोप लगाया कि उम्भा की घटना प्रदेश की भाजपा सरकार की विफलता का परिणाम है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी नाकामी का ठीकरा दूसरों पर फोड़ने के आदी और ग़लतबयानी करने के माहिर हैं.
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सोनभद्र गोलीकांड के लिये कांग्रेस और सपा के नेताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उन्हें इसकी सजा के लिये तैयार रहना चाहिये. योगी ने सोनभद्र के उम्भा गांव में बुधवार को जमीन पर कब्जे को लेकर हुई गोलीबारी में मारे गये लोगों के परिजन से मुलाकात के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि उनकी सरकार इस वारदात की तह तक जाएगी और 'घड़ियाली आंसू' बहाने वालों का पर्दाफाश करेगी.
सीएम योगी ने कहा सभी भू-माफियाओं साथ ही इस मामले के आरोपियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हत्याकांड में मारे गये लोगों के परिजन को मुआवजा पांच लाख से बढ़ाकर 18.50 लाख रुपये कर दिया गया है. वहीं, घायलों को अब 50 हजार से बढ़ाकर 2.50 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे.
उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) पर भी हमला करते हुए कहा, 'यह बात सामने आयी है कि इस मामले की तह में कांग्रेस के नेताओं का पाप है/ जिन लोगों ने यह पाप किया, उनकी समाजवादी पार्टी के साथ आर्थिक साझेदारी रही है. इस घटना का आरोपी यज्ञदत्त समाजवादी पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता है, जबकि उसका भाई बसपा नेता है.'
यूपी: चंद्रयान-2 अभियान में शामिल है लखनऊ की बेटी रितु, संभाल रही है मिशन डायरेक्टर की जिम्मेदारी
यूजीसी ने 23 विश्वविद्यालयों को घोषित किया फर्जी, यूपी पहले नंबर पर
यूपी: निजी विश्वविद्यालयों को देना होगा वचन, परिसर के भीतर नहीं होने देंगे राष्ट्रविरोधी गतिविधियां