लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद में अलग-अलग मुद्दों को लेकर सपा, बसपा और कांग्रेस के सदस्यों ने सदन से वॉकआऊट किया. शून्यकाल के दौरान सपा सदस्यों ने काम रोको प्रस्ताव के जरिये देवरिया कांड का मुद्दा उठाया और सदन का बाकी काम रोककर इस पर चर्चा कराये जाने की मांग की.

नेता सदन और उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने इस मुद्दे पर सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि सरकार ने इस गम्भीर विषय पर सख्त कार्रवाई की है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. हालांकि सदन के नेता के जवाब से सपा सदस्य संतुष्ट नहीं हुए और वे असंतोष जताते हुए सदन से बाहर चले गये.

मुद्दों से ध्यान भटका रही है बीजेपी, देश को नया प्रधानमंत्री देने की लड़ाई लड़ेंगे युवा: अखिलेश यादव

सपा सदस्यों ने कार्यस्थगन की एक अन्य सूचना देते हुए पूर्वांचल के कई जिलों में आयी बाढ़ का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि सरकार सैलाब को रोकने के लिये समुचित व्यवस्था नहीं कर रही है. नेता सदन शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ के मुद्दे को लेकर पूरी तरह गम्भीर है और प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिये हर सम्भव कार्रवाई कर रही है. मगर सपा सदस्य सरकार के इस जवाब से असंतुष्ट होकर सदन से वॉकआऊट कर गये.

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने केरल आपदा को लेकर साधा केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना

बसपा सदस्य दिनेश चन्द्रा, अतर सिंह राव तथा अन्य ने पिछली 19 अगस्त को मेरठ जिले के ब्रह्मपुरी क्षेत्र में दिन दहाड़े स्कूटी सवार एक महिला के हत्यारों को गिरफ्तार करने के संबंध में सूचना दी और सदन का बाकी काम रोककर इस पर चर्चा कराये जाने की मांग की.

नेता सदन ने इसका जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार हर नागरिक की सुरक्षा के लिये तत्पर है. मेरठ की घटना में प्रभावी कार्रवाई की जा रही है. हालांकि नेता सदन के उत्तर से असंतोष जताते हुए बसपा के सभी सदस्यों ने सदन से वॉकआऊट किया.

कांग्रेस के दीपक सिंह ने भी कार्यस्थगन प्रस्ताव के जरिये राजधानी लखनऊ में कानून व्यवस्था खराब होने के संबंध में सूचना दी. नेता सदन ने सदन को तथ्यों से अवगत कराया. किंतु इससे संतुष्ट न होने पर कांग्रेस के सदस्य सदन से वॉकआऊट कर गये.