मायावती का बीजेपी पर कड़ा हमला, कहा- उसके मुंह खून लग चुका है
मायावती ने एक बयान में कहा कि यह जगजाहिर है कि बीजेपी के मुंह खून लग चुका है. 'माणिपुर, गोवा...बिहार और फिर गुजरात के बाद अब उत्तर प्रदेश का ताजा राजनीतिक घटनाक्रम इस बात का साफ प्रमाण है कि मोदी सरकार ने लोकतंत्र का भविष्य खतरे में डाल दिया है.'
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के दो और बीएसपी के एक सदस्य के विधान परिषद से इस्तीफे पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि बीजेपी के मुंह खून लग चुका है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने लोकतंत्र का भविष्य खतरे में डाल दिया है .
मायावती ने एक बयान में कहा कि यह जगजाहिर है कि बीजेपी के मुंह खून लग चुका है. 'माणिपुर, गोवा...बिहार और फिर गुजरात के बाद अब उत्तर प्रदेश का ताजा राजनीतिक घटनाक्रम इस बात का साफ प्रमाण है कि मोदी सरकार ने लोकतंत्र का भविष्य खतरे में डाल दिया है.' उन्होंने कहा, 'उत्तर प्रदेश के गैर-बीजेपी विधायकों को, जिसमें एसपी के दो एमएलसी और बीएसपी के एक एमएलसी ठाकुर जयवीर सिंह आदि को बीजेपी सरकार के आगे अपने घुटने टेकने के बजाय, बीजेपी सरकार के शोषण और आतंक से हर प्रकार से मुकाबला करना चाहिये था और उनके आगे अपने हथियार कतई नहीं डालने चाहिये थे.'
मायावती ने कहा, 'ऐसा करके ही फिर बीजेपी सरकार की विद्वेषपूर्ण, अहंकारी, दमनकारी और तानाशाही रवैये वाली कार्रवाइयों को रोका जा सकता है. उनके आगे घुटने टेकने से अब उनकी हिम्मत और भी ज्यादा बढ़ती चली जायएगी क्योंकि उनके मुँह में अब खून लग चुका है, यह जग-जाहिर है.'
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बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि बीजेपी की सत्ता की भूख अब बुरी हवस में बदल गई लगती है और इसके लिये सत्ता और सरकारी मशीनरी का जिस प्रकार से जबर्दस्त खुला दुरूपयोग किया जा रहा है, वह बेहद निंदनीय है क्योंकि इससे देश का लोकतंत्र ही खतरे में पड़ गया है.
मायावती ने कहा कि बीजेपी गुजरात में सरकार का ऐसा घोर दुरुपयोग कर रही है कि विधायकों को अपना राज्य छोड़कर सुरक्षित जगह जाने को मजबूर होना पड़ रहा है और कोई भी संवैधानिक संस्था अपनी भूमिका को निभाने में असमर्थ सी नजर आ रही है.
मायावती ने कहा कि बीजेपी ने अपनी गलत नीतियों, कार्यों और भ्रष्टाचार आदि पर से लोगों का ध्यान बाँटने के लिये प्रतिपक्षी नेताओं को भ्रष्ट साबित करने का खुला अभियान चलाया हुआ है जो अति-निन्दनीय के साथ-साथ लोकतंत्र के लिये खतरा भी है. पश्चिम बंगाल और उड़ीसा की सरकारें भी बीजेपी के सरकारी आतंक से पीड़ित हैं.