वाराणसी: गंगा नदी में नाव बांधने के पुराने विवाद में भाइयों ने ही सपा नेता की हत्या कर दी. शुक्रवार को मंदिर से दर्शन कर लौट रहे सपा नेता प्रभु साहनी की गोली मरकर हत्या कर दी गई. घटना चौक थाने के सिंधिया घाट की है. मृतक प्रभु साहनी का विवाद अपने ही चचेरे भाइयों से चल रहा था. प्रभु साहनी हर शुक्रवार की तरह संकठा देवी के मंदिर दर्शन के लिए गए थे. इस बात की जानकारी हत्यारों को थी. जैसे ही प्रभु सिंधिया घाट की सीढ़ियां उतरने लगे, हत्यारों ने उन पर एक के बाद एक तीन फायर झोंक दिए. गोली चलने के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई. वहां मौजूद लोगों ने प्रभु साहनी को अस्पताल पहुंचाया. वहां उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
प्रभु साहनी समाजवादी युवजन सभा, वाराणसी के सचिव भी थे और नगर निकाय चुनावों में पार्षद पद के प्रत्याशी भी थे. उनका गंगा नदी में नावें बांधने को लेकर अपने ही ताऊ के परिवार से विवाद चल रहा था. मृतक प्रभु के छोटे भाई शंभू साहनी ने बताया कि बीते दो दशकों से प्रभु का अपने चचेरे भाइयों विनोद निषाद उर्फ गुरु, शिव निषाद और जितेंद्र निषाद से विवाद चल रहा है.
इसी को लेकर गुरुवार को भी दोनों पक्षों में विवाद हुआ और प्रभु को जान से मारने की धमकी भी दी गई थी. इस मामले की शिकायत दशाश्वमेध थाने में की गई थी. पुलिस ने शुक्रवार को दोनो पक्षों को थाने में पंचायत के लिए बुलाया था. इससे पहले की पंचायत होती हत्यारों ने प्रभु साहनी की हत्या कर दी.
वाराणसी के एसएसपी आरके भरद्वाज ने बताया कि प्रभु साहनी की हत्या उनके चचेरे भाइयों ने ही की है. उन्होंने बताया कि इस मामले में कई वर्षों से विवाद चल रहा था और इस मामले में हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज था. उन्होंने हत्यारों के जल्द गिरफ्तार होने की बात कही है. बता दें वाराणसी में यह बीते दस दिनों के अंदर चौथी हत्या है, जिसे लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ खड़े हुए हैं.